Trending Photos
हितेश शर्मा/दुर्ग: साड़ी पहनकर हाथ में बेलन लेकर घर का काम करने वाली महिलाएं जब घरेलू कामकाज से बाहर निकल कर मैदान में क्रिकेट का बैट और बॉल पकड़ ले तो नजारा कुछ और ही होता है. ऐसा ही एक नजारा इन दिनों छत्तीसगढ़ के भिलाई में देखने को मिल रहा है. जहां महिलाओं ने घर का कामकाज छोड़कर हाथ में बल्ला और बॉल पकड़ लिया है.
दरअसल क्रिकेट का खुमार पुरुषों पर अधिक होता है.जब क्रिकेट का मैच चल रहा हूं तो पुरुष वर्ग अपने सारे काम का छोड़कर क्रिकेट देखने बैठ जाते हैं लेकिन तब क्या हो जब यह खुमार महिलाओं पर भी चढ़ने लगे. इन दिनों कुछ ऐसा ही नजारा दुर्ग में देखने को मिल रहा है. 40 वर्ष से ऊपर के उम्र की महिलाएं जो दादी और नानी तक बन चुकी है. वो इन दिनों क्रिकेट के मैदान पर अपना जौहर दिखा रही है.
हौसला अफजाई कर रही महिलाएं
घर में किचन तक सीमित रहने वाली महिलाएं अब हाथ में बॉल पकड़कर बॉलिंग कर रही है, तो वहीं विकेट के पीछे खड़े होकर विकेट कीपिंग भी कर रही है. बल्ला तो ऐसे चला रही है कि क्या कहने. बैटिंग करते हुए तो चौके और छक्के भी मार रही है. समय आने पर दौड़कर रन भी बना रही है, तो वहीं बाकी महिलाएं उनका उत्साहवर्धन कर रही है. ढोल नगाड़े की थाप पर डांस तो वहीं कमेंट्री करने वाली उनका हौसला अफजाई भी कर रहे हैं.
40 से 60 वर्ष की महिलाएं शामिल
खास बात यह है कि इस क्रिकेट के मैदान में 40 साल से लेकर 60 साल तक की महिलाएं ही है, जो क्रिकेट खेल रही है. भिलाई के सेक्टर 2 में छत्तीसगढ़ी महतारी क्रिकेट ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें लगभग 8 टीमें है. जीतने वाली टीम को 11 हज़ार रुपए का प्रथम इनाम दिया जाएगा तो वहीं उपविजेता को भी 5 हज़ार रुपए का पुरस्कार मिलेगा तो वहीं बाकी शेष टीमों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा. क्रिकेट खेलने वाली महिलाओं को मैन ऑफ द मैच, मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से भी नवाजा जाएगा.
साड़ी और सूट में खेल रही महिलाएं
सबसे बड़ी बात यह है कि कई महिलाएं साड़ी पहनकर भी क्रिकेट खेल रहे हैं तो ट्रैक सूट पहनकर भी खेल रही है. महिला क्रिकेटर माधुरी का कहना है कि वे अब तक पुरुषों को ही क्रिकेट खेलते देती है, लेकिन अब जब उन्हें मौका मिला है तो वह भी मैदान में उतर चुकी है और चौके और छक्के भी मार रही है. फिलहाल महिलाओं में गजब का जोश देखने को मिल रहा है तो वहीं दूसरी महिला भी कहती हैं उनके परिवार वालों ने बहुत सपोर्ट करते हैं. वह नानी बन चुकी है और नानी होने के बाद भी वह क्रिकेट का पूरा मजा ले रही है.
कोरोना के कारण रद्द हुए थे मैच
आयोजनकर्ता निधि साहू का कहना है कि क्रिकेट दो साल पहले भी किया गया था, लेकिन कोविड-19 मैच पूरे नहीं हो सके फिलहाल एक बार फिर से 40 साल से लेकर 60 साल की महिलाओं के बीच का क्रिकेट हो रहा है, जिसमें सभी महिलाएं बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रही है.