छत्तीसगढ़ के सीएम मछुआ समाज के एक कार्यक्रम में शामिल हुए तो वहां सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि यदि हम मछुआ समाज को जीरो प्रतिशत में लोन दे रहे हैं तो बीजेपी को वह रेवड़ी लगता है. गौ पालक और किसानों को हम लाभ दे रहे हैं तो उन्हें यह रेवड़ी लगता है. यह उनकी सोच है. गरीब किसान और मजदूर उनकी योजना में नहीं है.
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रजनी ठाकुर/रायपुर: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल रविवार को मछुआ समाज के पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण में शामिल हुए. इसमें मछुआ नीति को लेकर के विशेष चर्चा हुई है. कुछ विसंगतियों पर समाज के प्रतिनिधियों ने ध्यान आकर्षित कराया है जिस पर विभागीय मंत्री ने उन विसंगतियों को दूर करने का आश्वासन दिया है. जो मछली पालन करते हैं उनके लिए यह बेहतर नीति बनी है.
बीजेपी को दिया जबाव
भाजपा द्वारा प्रशिक्षण शिविर में कसे गए तंज के जवाब में सीएम भूपेश बघेल ने कहा, "विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था पर नेता प्रतिपक्ष अपनी बात नहीं रख पाए. भाजपा का अविश्वास प्रस्ताव लचर और कमजोर था जिस पर उन्हें मुंह की खानी पड़ी. हमारे साथियों ने बिंदुवार जवाब दिया. यदि हम मछुआ समाज को जीरो प्रतिशत में लोन दे रहे हैं तो बीजेपी को वह रेवड़ी लगता है. गौ पालक और किसानों को हम लाभ दे रहे हैं तो उन्हें यह रेवड़ी लगता है. यह उनकी सोच है. गरीब किसान और मजदूर उनकी योजना में नहीं है. "
चुनावी मॉडल पर कही ये बात
चुनावी मॉडल पर कहा, "चुनाव जीतना और हारना अलग विषय है. यदि भाजपा को लगता है तो छत्तीसगढ़ मॉडल और गुजरात मॉडल पर ही किसी प्रदेश में चुनाव करा लें, तो समझ में आ जाएगा कि किस मॉडल को लोग पसंद करते हैं."
करप्शन पर बोले सीएम बघेल
भाजपा के प्रशिक्षण शिविर में उठे CBI के मामले पर कहा कि करप्शन पर भाजपा किस मुंह से बात करती है. नान घोटाला हुआ और एसआईटी गठन किया गया पर इस पर जांच रोकने के लिए खुद नेता प्रतिपक्ष हाई कोर्ट गए. नान घोटाले पर ईडी जांच कर रही है. जांच में रमन सिंह और उनके बेटे को क्यों नहीं बुलाया गया. सीएम सर और सीएम मैडम का जवाब ईडी दे. चिटफंड कंपनी मामले में एफआईआर क्यों नहीं हो रही है. भ्रष्टाचार भाजपा कर रही है इसलिए भाजपा को प्रदेश की जनता ने नकार दिया. जिन मामलों के सीबीआई जांच की बात भाजपा कर रही है, पहले उनके बारे में जानकारी दे.
कोयला आवंटन पर कही ये बात
कोयला आपूर्ति के लिए केंद्र को लिखे गए पत्र पर कहा सीएम ने कहा, "प्रदेश में कोयला उत्पादन होता है और वह दूसरे राज्यों को जाता है लेकिन यहां के उद्योगों को कोयला आवंटन जो हुआ करता था अब उसमें कटौती की गई है. इससे उद्योग प्रभावित हुआ है. इसके लिए केंद्रीय कोयला मंत्री को पत्र लिखा गया है. "