Yamuna Flowing Above Danger Mark: खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर, इन इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा
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Yamuna Flowing Above Danger Mark: खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर, इन इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा

Yamuna Flowing Above Danger Mark: हथिनिकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 205.40 मीटर दर्ज किया गया.

Yamuna Flowing Above Danger Mark: खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर, इन इलाकों में बढ़ा बाढ़ का खतरा

Yamuna Flowing Above Danger Mark: यमुना के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने राहत और बचाव कार्यों के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है. इसके पहले CM अरविन्द केजरीवाल के निर्देश पर राजस्व मंत्री आतिशी ने अधिकारियों के साथ मोटर बोट पर यमुना के विभिन्न हिस्सों में जाकर मुआयना किया. साथ ही किसी भी आपातकालीन स्थिति के लिए विभागों के राहत और बचाव संबंधी तैयारियों का भी निरीक्षण किया.

खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा यमुना का जलस्तर
हथिनिकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. शाम 5 बजे यमुना का जलस्तर 205.40 मीटर दर्ज किया गया है. यमुना में डेंजर लेवल 205.33 मीटर है.

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मोटर बोट पर यमुना के विभिन्न हिस्सों का मुआयना करने के दौरान आतिशी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे उत्तरी भारत में हो रही भारी बरसात के कारण यमुना में तेजी से पानी बढ़ता जा रहा है. साथ ही हथिनिकुंड बैराज से भी लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. आतिशी ने बताया कि कल हथिनिकुंड बैराज से 45,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था जो रात होते-होते 3 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया है. ऐसे में दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं. 

आतिशी ने कहा कि, ऐसे में राजस्व विभाग सहित सभी संबंधित विभागों ने कमर कस ली है और युद्धस्तर पर काम कर रही है. राहत और बचाव कार्यों के लिए यमुना में 50 से अधिक मोटर बोट तैनात की गई है, जिसपर बचाव संबंधित सभी जरुरी उपकरण मौजूद है. साथ ही गोताखोर और मेडिकल टीमें भी तैयार है.

पल्ला से लेकर जैतपुर तक यमुना के खादर इलाकों में लगातार पैनी नजर बनाकर रखी गई है. विभाग द्वारा यमुना के निचले इलाकों में से लोगों को निकालने के लिए मुनादी की जा रही है. खादर इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि यमुना के निचले इलाकों में लगभग 40,000 लोग रहते हैं. राजस्व विभाग ने इन सभी लोगों को और उनके स्थानों को मार्क कर दिया है और किसी भी खतरे की स्थिति को भांपते ही इन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया जायेगा. इसका पूरा प्लान तैयार कर लिया गया है कि किन लोगों को किस स्थान पर भेजा जायेगा. जिन लोगों को निचले इलाकों से सुरक्षित इलाकों में लाया जायेगा और वहां उनके रहने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम किया जा रहा है. आतिशी ने बताया कि आज CM केजरीवाल ने सभी विभागों की आपातकालीन बैठक बुलाई है, जहां वे विभागों की तैयारियों की जांच करेंगे.

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