Delhi Election 2025 Top 5 Hot Seats: राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन पांच हॉट सीटों पर मुकाबले का असर पूरे दिल्ली चुनाव पर पड़ेगा. यहां के परिणाम यह तय करेंगे कि राजधानी की सत्ता किसके हाथ में जाएगी. अब देखना यह है कि 8 फरवरी को मतदाता किसे अपनी सरकार चुनते हैं.
नई दिल्ली विधानसभा सीट हमेशा से चर्चा का केंद्र रही है. इस बार भी यह सीट सुर्खियों में है, क्योंकि यहां आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद मैदान में हैं. केजरीवाल के लिए यह सीट कई मायनों में खास है, क्योंकि 2013 से वह यहां लगातार जीतते आ रहे हैं, लेकिन इस बार उनके सामने बीजेपी और कांग्रेस ने मजबूत उम्मीदवार उतारे हैं. बीजेपी ने पूर्व सीएम साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा को मैदान में उतारा है. प्रवेश वर्मा बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक हैं, जिनकी पकड़ स्थानीय मतदाताओं पर मजबूत मानी जाती है. दूसरी ओर कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को टिकट दिया है. संदीप दीक्षित का दिल्ली की राजनीति में बड़ा नाम है और वे कांग्रेस के एक मजबूत चेहरा हैं. तीनों पार्टियों के दिग्गज नेताओं के बीच मुकाबला कांटे का होगा.
कालकाजी विधानसभा सीट भी इस बार चर्चा में है. यहां आम आदमी पार्टी ने मौजूदा विधायक और सीएम आतिशी को फिर से उम्मीदवार बनाया है. आतिशी का मुकाबला बीजेपी के पूर्व सांसद रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा से है. रमेश बिधूड़ी और अलका लांबा दोनों ही राजनीतिक दिग्गज माने जाते हैं. अलका लांबा पहले आप में थीं, लेकिन अब कांग्रेस के टिकट पर मैदान में हैं. वहीं, रमेश बिधूड़ी दक्षिण दिल्ली के कई इलाकों में मजबूत पकड़ रखते हैं. आतिशी के लिए यह मुकाबला आसान नहीं होगा, क्योंकि दोनों विपक्षी उम्मीदवारों की रणनीति बेहद आक्रामक है.
पटपड़गंज विधानसभा सीट पर इस बार राजनीतिक समीकरण बदले हुए हैं. यहां आम आदमी पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को बदलकर फेमस टीचर अवध ओझा को टिकट दिया है. अवध ओझा का यह पहला चुनाव है, लेकिन उनकी लोकप्रियता और शिक्षण क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए पार्टी ने उन पर दांव खेला है. बीजेपी ने एक बार फिर रवेंद्र सिंह नेगी को टिकट दिया है, जो पिछले चुनाव में मनीष सिसोदिया को कड़ी टक्कर दे चुके हैं. कांग्रेस ने भी अनुभवी नेता और पूर्व विधायक अनिल कुमार को मैदान में उतारा है. पटपड़गंज सीट पर त्रिकोणीय मुकाबले के आसार हैं.
जंगपुरा विधानसभा सीट को आम आदमी पार्टी का गढ़ माना जाता है, लेकिन इस बार बीजेपी और कांग्रेस ने इसे चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली है. आप ने यहां से मनीष सिसोदिया को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने तरविंदर सिंह मारवाह और कांग्रेस ने फरहद सूरी को टिकट दिया है. सिसोदिया पहले डिप्टी सीएम रह चुके हैं और उनकी पहचान आप के मजबूत नेताओं में होती है. लेकिन मारवाह और सूरी भी अपने-अपने क्षेत्रों में लोकप्रिय हैं, जिससे यह मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है.
करावल नगर विधानसभा सीट उन चुनिंदा सीटों में से है, जहां बीजेपी ने पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी. इस बार बीजेपी ने मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट की जगह कपिल मिश्रा को टिकट दिया है. कपिल मिश्रा पहले आम आदमी पार्टी में थे और 2015 में आप की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे. बाद में उन्होंने पार्टी छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया. कपिल मिश्रा के सामने आप के मनोज त्यागी और कांग्रेस के पीके मिश्रा हैं. करावल नगर का मुकाबला इस बार भी रोचक होगा क्योंकि बीजेपी, आप और कांग्रेस तीनों ही पार्टियां यहां जीत के लिए पूरा जोर लगाएंगी.