विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारे को छुड़ाने की कोशिश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े चार हमलावर गिरफ्तार
Advertisement

विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारे को छुड़ाने की कोशिश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े चार हमलावर गिरफ्तार

Delhi Police Action : मोहाली में शिरोमणि अकाली दल के नेता विक्की मिड्डू खेड़ा की हत्या के मामले में एक नया खुलासा हुआ है. पाकिस्तान में बैठे आतंकियों ने पंजाब और हरियाणा के गैंगस्टर से साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था. 

विक्की मिड्डूखेड़ा के हत्यारे को छुड़ाने की कोशिश में बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े चार हमलावर गिरफ्तार

नई दिल्लीः मोहाली में शिरोमणि अकाली दल के नेता विक्की मिड्डू खेड़ा के हत्यारोपी को जेल से छुड़ाने की कोशिश के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें चार शूटर और हथियार मुहैया कराने वाले 2 लोग शामिल हैं. आरोपियों की पहचान विक्रम, वकील उर्फ बिल्ला, परगट सिंह, गुरजंट सिंह और गगनदीप है. इनमें से परगट और वकील पंजाब के, जबकि विक्रम और गुरजंट हरियाणा के हैं. इन्हें हथियार अजय ने दिए थे. हमलावर आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े हैं. 

अगस्त 2021 की है वारदात 
दरअसल मोहाली के सेक्टर 71 में 7 अगस्त 2021 को विक्की मिड्डू खेड़ा की उस समय हत्या कर दी गई थी. वह अपनी ऑफिस से निकलकर कार में बैठने वाले थे. इस साल 29 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के बद्दी कोर्ट में दो बाइक पर आए चार शूटर पुलिस गिरफ्त में मौजूद अजय उर्फ लेफ्टी को छुड़ाने के लिए पहुंचते हैं. लेफ्टी विक्कीमिद्दू खेड़ा के कत्ल के आरोप में जेल में बंद है. लेफ्टी को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाने के लिए एक बड़ी साजिश रची गई. इसके लिए हरियाणा और पंजाब मॉड्यूल के बदमाशों को हायर किया गया था.

ये भी पढ़ें : नोएडा, ग्रेनोवासियों को करना होगा थोड़ा और इंतजार, जानिए किस वजह से अटका मेट्रो प्रोजेक्ट!

इस तरह वारदात को देना था अंजाम 
दिल्ली पुलिस की पकड़ में आए आरोपी कितने शातिर है, इसका अंदाजा इनकी तैयारियों से लग जाता है. 25 अगस्त को आरोपियों को हथियार मुहैया कराया गया. 27 अगस्त को आरोपियों ने एक बाइक चोरी की और एक छीन ली.  29 अगस्त को साथी अजय को छुड़ाने के लिए वे कोर्ट कोर्ट पहुंच गए. लेकिन इतनी तैयारियों के बावजूद सारा काम बिगड़ गया. अजय लेफ्टी इन शूटरों के साथ भागने की बजाय घबरा गया और वह कोर्ट के अंदर चला गया. पूछताछ में पता चला कि अजय लो छुड़ाने गए सारे शूटर नए थे, जिन्हें अजय नहीं पहचानता था और यही वजह है कि वह घबरा गया और उसे लगा कि शायद उसे मारने आए हैं और वह भाग निकला. 

गैंगवार में मारे जाने का था खौफ 
दरअसल अजय गैंगस्टर बंबीहा, अजय पटियाल और कौशल चौधरी गैंग के लिए शूटर का काम करता है, इसलिए उसे लगा कि लॉरेंस बिश्नोई या काला जठेरी गैंग के लोग उसे मारने आए हैं. हिमाचल में हुई इस वारदात के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आरोपियों को पकड़ने की कोशिश तेज कर दी थी. पुलिस ने करीब 1 हफ्ते बाद न सिर्फ चारों शूटर्स बल्कि इस ऑपरेशन को फाइनेंस करने वाले और हथियार मुहैया कराने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया.

गगनदीप का पाकिस्तान कनेक्शन 

पुलिस के मुताबिक पकड़ में आया गगनदीप, दहनप्रीत नाम के एक गैंगस्टर के संपर्क में है. इसी के जरिये यह आतंकी रिंदा के संपर्क में भी था. रिंदा फिलहाल पाकिस्तान में है और वहीं से आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल की आतंकी गतिविधियों को देख रहा है.

Trending news