2016 से 2021 तक गांव में सरपंच रहे अनिल ने गांव में हुए विकास कार्यों में करोड़ों रुपये का गबन किया है. जबकि ग्रामीणों द्वारा लगाई गई आरटीआई में खुलासा हुआ है की कागजों में जो विकास कार्य दिखा कर बिल बनवाकर पैसे लिए गए है वहां कुछ काम नहीं हुआ. ग्रामीण इसकी अब जांच की मांग कर रहे है.
Trending Photos
सोनीपतः सोनीपत जिला के गोहाना क्षेत्र से गांव सिरसाड के ग्रामीण ने गांव में पूर्व सरपंच पर विकास कार्यो में गबन के आरोप लगाते हुए उच्च अधिकारियों से जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री के नाम लिखित शिकायत गोहाना में नायब तसहीलदार को सौंप कर कार्रवाई की मांग की है. शिकायत में ग्रामीणों ने 2 करोड़ रुपये के गबन से संबंधित रिकॉर्ड MCD कार्यालय में जमा करवाया है.
गोहाना में तहसील कार्यालय में पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि 2016 से 2021 तक गांव में सरपंच रहे अनिल ने गांव में हुए विकास कार्यों में करोड़ों रुपये का गबन किया है. जबकि ग्रामीणों द्वारा लगाई गई आरटीआई में खुलासा हुआ है की कागजों में जो विकास कार्य दिखा कर बिल बनवाकर पैसे लिए गए है वहां कुछ काम नहीं हुआ. ग्रामीण इसकी अब जांच की मांग कर रहे है.
ये भी पढ़ेंः राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने पर केजरीवाल ने किया विरोध, बोले- पूरे देश में डरा कर रखा है
पूर्व सरपंच के कार्यकाल में गांव में 6 करोड़ रुपये से भी ज्यादा के विकास कार्य दिखये गए है, लेकिन गांव में करीब 20 प्रतिशत भी काम नहीं हुआ. अब लिखित शिकायत मुख्यमंत्री को भेजकर गबन करने वाले सरपंच पर सख्त जांच करवाते हुए कार्रवाई की मांग की है. गोहाना के नायब तसहीलदार ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि गांव सिरसाड के ग्रामीण ने गांव में पूर्व सरपंच पर उनके कार्यकाल में हुए विकास कार्यो में गबन के आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ने नाम ज्ञापन दिया है जिसको MCD के माध्यम से सरकार तक भेज दिया जाएगा और निचले स्तर पर MCD के माध्यम से भी जांच करवाई जाएगी.
गौरतलब है कि पूर्व सरपंच द्वारा किए गए घपला और भ्रष्टाचार की भी अब शिकायतें सामने आने शुरू हो गई है, जिसके चलते हरियाणा सरकार द्वारा ईटेंडरिंग के माध्यम से कार्य करवाने का ऐलान सरकार द्वारा किया गया है ताकि भ्रष्टाचार को कम किया जा सके, फिलहाल जिसका सरपंच विरोध कर रहे हैं लेकिन पूर्व सरपंच द्वारा किए गए विकास कार्यों में गबन की शिकायतें भी अब ग्रामीण स्वयं ही मुख्यमंत्री को भेज कर न्याय की मांग कर रहे हैं.
(इनपुटः राजेश खत्री)