Delhi Ordinance: केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP को मिला कांग्रेस का साथ, राघव चड्ढा ने बताया अच्छा संकेत
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1782150

Delhi Ordinance: केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP को मिला कांग्रेस का साथ, राघव चड्ढा ने बताया अच्छा संकेत

Delhi Ordinance: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने अध्यादेश को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया है कि वह अध्यादेश के पक्ष में नहीं है. यह एक पॉजिटिव संदेश है इसका हम स्वागत करते हैं.

Delhi Ordinance: केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ AAP को मिला कांग्रेस का साथ, राघव चड्ढा ने बताया अच्छा संकेत

Delhi Ordinance: दिल्ली के अधिकारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग की पावर को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश पर कांग्रेस ने अब तक AAP को अपना समर्थन नहीं दिया है, जिसकी वजह से कयास लगाए जा रहे थे कि 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित विपक्ष की दूसरी बैठक में AAP शामिल नहीं होगी. जिसके बाद अब कांग्रेस ने अध्यादेश के मुद्दे पर अपना पक्ष रुख स्पष्ट कर दिया है. AAP राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी, जिसके बाद अब AAP विपक्ष की बैठक में शामिल हो सकती है. हालांकि आखिरी फैसला आज शाम 4 बजे आप PAC की बैठक में लिया जाएगा. 

राघव चड्ढा का ट्वीट
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि 'कांग्रेस ने अध्यादेश को लेकर अपना रुख स्पष्ट किया है कि वह अध्यादेश के पक्ष में नहीं है. यह एक पॉजिटिव संदेश है इसका हम स्वागत करते हैं.'

 

पटना में पहली बैठक 
विपक्ष की पहली बैठक 23 जून को बिहार की राजधानी पटना में CM नीतीश कुमार की मेजबानी में आयोजित की गई, जिसमें 17 विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं. इस बैठक के बाद विपक्ष के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी, लेकिन केंद्र के अध्यादेश पर कांग्रेस का समर्थन नहीं मिलने से नाराज CM अरविंद केजरीवाल इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा की अगर कांग्रेस उनका समर्थन नहीं करती तो वो विपक्ष की बैठक में शामिल नहीं होंगे.

ये भी पढ़ें- Opposition Meet: बेंगलुरु मीटिंग से पहले आप PAC की बड़ी बैठक, केजरीवाल कर सकते हैं ये बड़ा फैसला

बैठक में शामिल हुए ये दिग्गज नेता
23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, झारखंड के CM हेमंत सोरेन, SP प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी सहित कई दिग्गज नेता शामिल हुए.

17-18 जुलाई को दूसरी बैठक 
बेंगलुरु में 17 और 18 जुलाई को आयोजित होने वाली दूसरी बैठक के पहले दिन सोनिया गांधी ने सभी नेताओं को डिनर पर बुलाया है, जिसमें दिल्ली के CM केजरीवाल को न्योता भेजा गया है. विपक्ष की इस बैठक में AAP सहित 24 राजनीतिक पार्टियों के शामिल होने का दावा किया गया है. पटना में आयोजित बैठक में कुल 17 विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं और अब बेंगलुरु में आयोजित मीटिंग में 8 नए विपक्षी दलों को न्यौता भेजा गया है.

शामिल होंगे 8 नए विपक्षी दल
17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु में होने वाली बैठक के लिए 08 नए विपक्षी दलों को भी आमंत्रित किया गया है, जिसमें ​​​​मरूमलारची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (MDMK), कोंगु देसा मक्कल काची (KDMK), विदुथलाई चिरुथिगल काची (VCK), रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML), केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मणि) का नाम शामिल है.