नारी सम्मान के लिए ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी और त्यागी समाज के लोग आमने- सामने, छिड़ा पोस्टर वार
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नारी सम्मान के लिए ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी और त्यागी समाज के लोग आमने- सामने, छिड़ा पोस्टर वार

श्रीकांत त्यागी मामले में एक तरफ त्यागी समाज नोएडा के भंगेल में स्थित रामलीला ग्राउंड में महापंचायत कर रहा है. वहीं अब ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी के लोग इसके विरोध में मौन रहकर अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. 

 

नारी सम्मान के लिए ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी और त्यागी समाज के लोग आमने- सामने, छिड़ा पोस्टर वार

नोएडा: महिला से बदसलूकी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक तरफ जहां मुखर हो त्यागी समाज ने आज नोएडा में महापंचायत बुलाई है. वही ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी को लोग मौन तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे है. दोनों गुटों के बीच पोस्टर वार शुरु हो गया है. जहां महापंचायत में लगे पोस्टर इस प्रकरण के त्यागी समाज के सम्मान से जोड़ा जा रहा है, वहीं ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी के निवासी पूरी सोसायटी में पोस्टर लगा कर अन्याय के खिलाफ एक जुट होकर संघर्ष करने का संदेश दे रहे हैं.

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नोएडा के सेक्टर 93-बी स्थित ग्रैंड ओमेक्स सोसायटी के लोग मौन तरीके से अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. पोस्टरों में लिखा है एकजुट रेसिडेंस अन्याय के खिलाफ है. उत्पीड़न, दबंगई, महिलाओं का अपमान, गाली-गलौज अतिक्रमण को हम न बोलते हैं. 5 अगस्त को एक महिला से बदसलूकी प्रकरण इतना तूल पकड़ जाएगा ऐसी उम्मीद किसी को भी नहीं थी. सोसायटी के लोगों का भी यही मानना है. यह मामला जिस प्रकार से तूल पकड़ गया है. ऐसा नहीं होना चाहिए था. अगर वह सोसायटी के कानून के तहत रहकर हमारी बात को समझते तो ऐसा नहीं होता. एक तो उन्होंने सोसायटी का नियम तोड़ा दूसरा उन्होंने गलत काम यह किया एक नारी के साथ अभद्र व्यवहार किया, क्योंकि उन्होंने इस तरह के शब्दों का प्रयोग किया जोकि अति निंदनीय है. इसी की वजह से इस मामले ने इतना तूल पकड़ा है. हमारी लड़ाई किसी समाज के खिलाफ नहीं है. हमारे वहां जो भी घटना घटी वह किसी समाज के खिलाफ नहीं एक व्यक्ति विशेष के खिलाफ है.

वहीं संयुक्त त्यागी स्वाभिमान मोर्चा के आह्वान पर सुबह दस बजे से शुरु हुई महापंचायत इस मुद्दे को त्यागी समाज के सम्मान से जोड़ा जा रहा है. त्यागी समाज के लोगों का कहना है कि श्रीकांत को गलती की सजा मिलनी चाहिए, लेकिन पुलिस ने पत्नी अनु त्यागी और मामी को थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया, जो गलत है. मामी को पांच दिन पुलिस जीप में लेकर घूमती रही. बच्चों को खाना देने पहुंचे छह युवकों पर भी केस दर्ज किया गया. श्रीकांत मामले में छह युवकों पर राजनीति से प्रेरित होकर केस दर्ज किया गया. इसे बिना शर्त हटाया जाना चाहिए. साथ ही मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जानी चाहिए. साथ ही श्रीकांत से गैंगस्टर एक्ट हटाया जाना चाहिए.

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