इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन के रास्ते को पहले राजपथ कहा जाता था, लेकिन अब इसका नाम कर्तव्य पथ कर दिया है. बता दें कि सेंट्रल विस्टा पर चल रहे काम की वजह से पिछले कई महिनों से इस रास्ते को बैरिकेडिंग लगाकर बंद किया गया था और अब इस पूरे कॉरिडोर को खोला जा रहा है. इस कॉरिडोर के खोले जाने पर लोगों की परेशानियां खत्म हो जाएंगी और साथ ही लोगों को कई सुविधा का लुत्फ उठाने का मौका भी मिलेगा. चलिए हम आपको बताते है कि इसके जरिए आपको कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी.
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Kartavya Path:राजधानी दिल्ली के इंडिया गेट और उसके आसपास की जगह पूरी तरह से बदली जा रही है. इसे सेंट्रल विस्टा का नाम दिया गया है. इस प्रोजेक्ट का काम अब खत्म ही होने वाला है. लेकिन इससे पहले सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का काम पूरा हो चुका है. पीएम मोदी आज इसका उद्घाटन करने वाले हैं.
इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन के रास्ते को पहले राजपथ कहा जाता था, लेकिन अब इसका नाम कर्तव्य पथ कर दिया है. बता दें कि सेंट्रल विस्टा पर चल रहे काम की वजह से पिछले कई महिनों से इस रास्ते को बैरिकेडिंग लगाकर बंद किया गया था और अब इस पूरे कॉरिडोर को खोला जा रहा है. इस कॉरिडोर के खोले जाने पर लोगों की परेशानियां खत्म हो जाएंगी और साथ ही लोगों को कई सुविधा का लुत्फ उठाने का मौका भी मिलेगा. चलिए हम आपको बताते है कि इसके जरिए आपको कौन-कौन सी सुविधाएं मिलेंगी.
कर्तव्य पथ पर मिलने वाली सुविधाएं
-कर्तव्य पथ पर पहले के मुकाबले ज्यादा खूबसूरती होगी.
-सेंट्रल विस्टा एवेन्यू में मुफ्त पार्किंग की सुविधा भी दी गई है. लेकिन बाद में इसके लिए NDMC की तरफ से पैसे लिए जा सकते हैं.
-करीब 3 किलोमीटर के इस रास्ते के दोनों तरफ हरियाली होगी और तरह-तरह के खूबसूरत फूल होंगे.
-यहां पर्यटकों को शानदार पानी के झरने भी होंगे.
-रात के वक्त जगमगाती लाइट्स में इसका नजारा और ज्यादा खूबसूरत होगा.
-यहां नई सुविधाओं वाले ब्लॉक और बिक्री स्टॉल भी होंगे.
-आसपास के इलाकों में भीड़ के कारण बुनियादी ढांचे पर पड़ते दबाव और सार्वजनिक शौचालय, पीने का पानी, स्ट्रीट फर्नीचर भी बनाया गया है.
सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा
इंडिया गेट पर सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी उद्घाटन भी किया जा रहा है. इसे उसी जगह स्थापित किया गया है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस के अवसर पर नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का उद्घाटन किया गया था.
आखिर क्यों बदला गया राजपथ का नाम
NDMC ने आवास और शहरी मामलों को मंत्रालय से मिले एक प्रस्ताव को पारित किया गया. राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया. केंद्रीय सरकार का कहना है कि राजपथ सत्ता या कह सकते हैं कि गुलामी का चिन्ह है. कर्तव्य पथ नाम दिया जाना एक बदलाव का सबूत है और देश के सशक्तिकरण का एक उदहारण है. इसी के चलते तमाम सड़कों पर कर्तव्य पथ के साइन बोर्ड भी लगा दिए गए है. आपको बता दें कि इस रास्ते का नाम पहली बार नहीं बदला गया. इस पथ का नाम पहले किंगस्वे था, जिसे 1955 में बदलकर राजपथ किया गया था. जिसके बाद अब इसका नाम कर्तव्य पथ किया गया है.