जोधपुर के रहने वाले शंकर लाल ने गूगल की मदद से रचा अपने परिवार वालों के मर्डर का खेल. मर्डर के बाद की खुदकुशी, व्सक्ति के गूगल सर्च हिस्ट्री जान होश उड़ जाएंगे.
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नई दिल्ली: जोधपुर (Jodhpur) से हत्या और आत्म हत्या का एक मामला सामने आया है. जहां लोहावट में रहने वाले शंकर लाल (Shankar Lal) की ने 3 नवंबर को मां-बाप और दो बेटों का कत्ल करने के बाद खुदकुशी कर ली. शंकर लाल दो महीने पहले यानी सितंबर से ही अपने परिवार को मारने की प्लानिंग कर रहा था. मामला यहीं खत्म नहीं होता. जब पुलिस ने शंकर लाल की मोबाइल हिस्ट्री खंगाली तो चौंक गई. क्योंकि शंकर लाल ने मर्डर करने से पहले उसके तरीकों के साथ कई ऐसी चीजें सर्च की हुई थी, जिसे पुलिस देख हैरान रह गई.
शंकर लाल ने क्यों ली अपनी और परिजनों की जान
शंकर लाल नशे की आदी था और उसे अफीम का नशा ज्यादा होने लगा था. उसे अपने परिवार को ठिकाने लगाने की सनक चढ़ गई थी. साथ ही पत्नी के साथ भी लड़ाई झगड़े बढ़ गए थे. क्योंकि वह उसे बार-बार टोकती थी और वह अपने पति से अलग होना चाहती थी. नशे की इस लत की वजह से और घरेलू परेशानियों के चलते वह सितंबर से ही मर्डर की प्लानिंग करने लग गया था.
बता दें कि उसने क्राइम पेट्रोल (Crime Petrol) और सावधान इंडिया (Savdhan India) की क्राइम सीरीज (Crime Series) को देख और गूगल (Google) की मदद से मर्डर की प्लानिंग की. उसने नींद की गोलियां और जहर को लेकर भी कई बार सर्च किया हुआ था. इन्हीं सभी के चलते उसने 3 नवंबर को अपने मां-बाप और 2 बेटों की शिंकजी में 3-3 निंद की गोली मिला दी और फिर रात में सबको एक एक करके टंकी में फैंक कर मार डाला और उसके खुद भी टंकी में कूद गया.
Goggle पर ये चीजें सबसे ज्यादा की सर्च
Murder करने पर स्वर्ग मिलेगा या नर्क
शंकर लाल ने अपने परिवार को मारने का मन बना लिया था, लेकिन वह डर में भी था. इसलिए उसने गूगल पर सर्च करना शुरू किया कि परिवार को मारने पर क्या वो नर्क में जाएगा या स्वर्ग में जाएगा.
नींद की गोलियां और जहर
परिवार को मारने के लिए उसने प्लानिंग करने के लिए उसने नींद की गोलियां और जहर के बारे में सर्च किया. यह भी सर्च किया कि सबसे अच्छी नींद की गोली कौन सी है. नींद की गोलियों और जहर को लेकर कई जानकारी उसने इंटरनेट से ली कि निंद की गोली कैसे और कब तक असरदार रहेगी और जहर कब देना है.
पत्नी को मारना नहीं चाहता था इसलिए फिक्र में लगाया पेंशन का पता
शंकर और उसकी पत्नी की अनबन चल रही थी, लेकिन वह उसे मारना नहीं चाहता था. इसलिए उसने विधवाओं के लिए चलने वाली योजनाओं के बारे में खोजा. इसके साथ यह भी सर्च किया कि परिवार की मौत के बाद सरकार कितनी आर्थिक सहायता करती है. शंकर के मरने के बाद उसकी पत्नी को विधवा पेंशन के तहत कितने रुपए मिलेंगे.