पंचकूला के नागरिक अस्पताल की हालत खस्ता, गरीबों के लिए नहीं कोई व्यवस्था
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पंचकूला के नागरिक अस्पताल की हालत खस्ता, गरीबों के लिए नहीं कोई व्यवस्था

हरियाणा के पंचकूला में नागरिक अस्पताल में सुविधाएं तो हैं, लेकिन अमीरों के लिए गरीबों के लिए नहीं. यहां के अस्पताल में एंबुलेंस तो हैं, लेकिन वो बस नाम के लिए हैं. वो अस्पताल के परिसर में पड़ी-पड़ी बदहाली के आंसू बहा रही हैं.

पंचकूला के नागरिक अस्पताल की हालत खस्ता, गरीबों के लिए नहीं कोई व्यवस्था

दिव्या राणा/चंडीगढ़: पंचकूला के सैक्टर 6 नागरिक अस्पताल में सुविधाओं की बात करे तो सुविधाएं तो हैं, लेकीन गरीबों के लिए नहीं. बता दें कि पंचकूला सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल में इलाज के लिए पूरे पंचकुला जिले के गांव के लोग और साथ लगते पंजाब के लोग और तो ओर चंडीगढ़ ब्यूटीफुल सिटी के लोग भी इलाज के लिए आते है, क्योंकि यहां पर सुविधाएं पुरी तरह से उपलब्ध हैं, लेकीन अगर हम एंबुलेंस की बात करें तो पुरे पंचकुला जिले में एंबुलेंस की संख्या 25 है, जिसमें से 4 एंबुलेंस मेवात से आई हुई है.

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वहीं पंचकुला के कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां पर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध ही नही है. पंचकूला के नागरिक अस्पताल में 5 से 6 एंबुलेंस ऐसी है, जो सड़कों पर दौड़ सकती हैं, लेकीन वो अस्पताल के परिसर में पड़ी-पड़ी बदहाली के आंसू बहा रही हैं. इनको देखने वाला कोई नहीं है. इसकी वजह से मजबूरन लोगों को प्राईवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ता है. क्योंकि हॉस्पिटल में कॉल करने पर भी एंबुलेंस समय पर नहीं मिलती, जिस कारण से लोगों को प्राईवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ता है.

एक तरफ तो हरियाणा सरकार का स्वास्थ्य विभाग लोगों को बेहतर सेवाएं देने के दावे करता नजर आ रहा है, लेकीन अगर धरातल की बात करें तो लोगों तक वो सुविधाएं नही मिल पाती हैं. इससे मजबूर होकर लोगों को प्राईवेट हॉस्पिटल की तरफ भागना पड़ता है.

बता दें कि कुछ दिन पहले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया था. साथ ही अस्पताल की सेवाओं का भी जायजा लिया था, लेकीन इन एंबुलेंस की तरफ उनका भी ध्यान नहीं गया. हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अस्पतालों की हमेशा तारीफ करते नहीं थकते हैं, लेकीन सोचने वाली बात ये है कि बेहतर सुविधाओं के नाम पर मरीजों को ही ले जाने वाली एंबुलेंस ही बीमार पड़ जाए तो उस अस्पताल के मरीजों की हालात क्या होगी?

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