Haryana Panchayat Election: पंचायत चुनाव से पहले महिलाओं को 50% भागीदारी पर आपत्ति क्यों, आरक्षण से किस तरह है अलग?
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1383383

Haryana Panchayat Election: पंचायत चुनाव से पहले महिलाओं को 50% भागीदारी पर आपत्ति क्यों, आरक्षण से किस तरह है अलग?

हरियाणा में पंचायत चुनाव को लेकर कल यानी की शुक्रवार 1 बजे ऐलान होगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान कर सकता है.

Haryana Panchayat Election: पंचायत चुनाव से पहले महिलाओं को 50% भागीदारी पर आपत्ति क्यों, आरक्षण से किस तरह है अलग?

Haryana Panchayat Election: शासन व्यवस्था में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए हरियाणा सरकार काफी प्रयास कर रही है. राजनीति में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है और पंचायत चुनाव में 50 प्रतिशत भागीदारी के लिए आगे कदम बढ़ाया है, लेकिन महिलाओं ने भागीदारी की जगह आरक्षण शब्द जोड़ने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सरकार द्वारा 50 प्रतिशत भागीदारी देने की घोषणा पर महिलाओं ने सवाल उठाया है कि आरक्षण और भागीदारी में क्या अंतर है.

उन्होंने कहा कि इस मामले में बीच का रास्ता अपनाते हुए सरकार चुनावों में आड-ईवन के फार्मूले पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर विचार कर रही है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने 8 मार्च को महिला दिवस पर पेश किए जाने वाले आम बजट में महिलाओं को सुरक्षित वातावरण देने के लिए आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त किया जाएगा.

बता दें कि हरियाणा सरकार महिलाओं को पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव में 50 प्रतिशत आरक्षण पहले ही दे चुकी है. फिलहाल, यह मामला हाईकोर्ट में विचारधीन है, लेकिन इसका फैसला आने तक सरकार पंचायत चुनाव के लिए इंतजार करेगी और सरकार आरक्षण के नए प्रविधानों के तहत ही पंचायत चुनाव कराए जाएं.

महिलाओं व SC के लिए पद आरक्षित

बताते चले कि पंचायती राज चुनावों से पहले अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग-ए और महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों के चयन की प्रक्रिया जोर पकड़ने लगी है, जिला परिषदों, ब्लाक समितियों और ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति वर्ग और महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें फाइनल कर दिया गया हैं, हरियाणा के सभी जिलों में वार्डों और पंचायतों में पिछड़ा वर्ग-ए को आरक्षण के लिए ड्रा का दौर शुरू हो गया है.

खबरों की मानें तो 29 सितंबर तक ड्रा काम पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद आरक्षित पंचायतों और वार्डों की लिस्ट प्रदेश सरकार राज्य चुनाव आयोग को सौंपेगी. मगर अनुसूचित जाति वर्ग और पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए अभी से विवाद शुरू हो गया है. अनुसूचित जाति को आरक्षण देने के लिए साल 2011 की जनगणना को आधार बनाया गया है तो वहीं बीसी-ए को आरक्षण बीते दिनों तैयार किए गए परिवार पहचान पत्र के डाटा के आधार पर दिया गया है.

कल 1 बजे हरियाणा पंचायत चुनाव का होगा ऐलान

आपको बता दें कि राज्य चुनाव आयोग हरियाणा में पंचायत चुनाव का ऐलान कल होने जा रहा है. खबरों की मानें तो राज्य में 4 चरणों में चुनाव हो सकता है. एक चरण में जिला परिषद, दूसरे में ब्लॉक समिति, तीसरे चरण में सरपंच और चौथे चरण में पंच के चुनाव होंगे.