Gurugram Crime: गुरुग्राम में कंपनी मैनेजर को बंधक बनाकर 5 दिनों तक पार की जुल्म की हर इंतेहा, फिर उतार दिया मौत के घाट
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Gurugram Crime: गुरुग्राम में कंपनी मैनेजर को बंधक बनाकर 5 दिनों तक पार की जुल्म की हर इंतेहा, फिर उतार दिया मौत के घाट

Gurugram Crime: गुरुग्राम की एक कंपनी के मैनेजर का उसी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी ने अपहरण करके हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

Gurugram Crime: गुरुग्राम में कंपनी मैनेजर को बंधक बनाकर 5 दिनों तक पार की जुल्म की हर इंतेहा, फिर उतार दिया मौत के घाट

Gurugram Crime: मानेसर की एक कंपनी के मैनेजर का उसी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारी ने अपने साथियों के साथ अपहरण कर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है. आरोपियों ने मैनेजर से रुपये ऐंठने के लिए उसका अपहरण किया था. चार दिन तक उसे एक कमरे में बंद कर इतना प्रताड़ित किया कि उसकी हालत खराब हो गई. इसके बाद आरोपियों ने मैनेजर का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को तावड़ू के गांव मोहम्मदपुर अहीर में फेंक दिया. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

दरअसल, सिविल लाइन थाना पुलिस को 9 अक्टूबर को सूचना मिली थी कि पटेल नगर के रहने वाले प्रवीण त्रिवेदी 5 अक्टूबर से गायब हैं. वह मानेसर की रानी पॉलीमर कंपनी में मैनेजर हैं और 5 अक्टूबर को कंपनी से घर नहीं लौटे. इस पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने प्रवीण की गुमशुदगी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी. जांच के दौरान सामने आया कि प्रवीण के बैंक खाते से लगातार ट्रांजेक्शन हो रही हैं. इस पर पुलिस ने एटीएम से सीसीटीवी फुटेज खंगाली, जिसमें दो लोग प्रवीण के एटीएम से ट्रांजेक्शन करते मिले.

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एक युवक की पहचान दिल्ली के रहने वाले अक्षय के रूप में हुई, जिसे पुलिस ने हरिद्वार से काबू किया. पूछताछ में उसने पूरी वारदात का खुलासा करते हुए अपने दो साथियों महेंद्रगढ़ निवासी प्रदीप और विनय के बारे में बताया, जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गुड़गांव से काबू कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपी प्रदीप है जो रानी पॉलीमर में ही काम करता है और उसने अपने साथी विनय के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की थी.

विनय ने अपने साथी अक्षय को इसमें शामिल किया और प्रवीण त्रिवेदी का अपहरण कर उसे रामपुरा में एक कमरे में बंद कर दिया. 5 अक्टूबर से 9 अक्टूबर तक आरोपियों ने उन्हें शारीरिक व मानसिक रूप से टॉर्चर किया और उसका एटीएम लेकर रुपये निकालते रहे. इन चार दिनों में आरोपियों ने करीब साढ़े तीन लाख रुपये प्रवीण के खाते से निकाले. 9 अक्टूबर को इसकी सूचना पुलिस को लग गई, जिसके बाद पुलिस ने प्रवीण की तलाश शुरू कर दी.

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इसी दौरान आरोपियों ने प्रवीण की हालत खराब देखकर उसकी हत्या कर दी और उसका शव तावड़ू में फेंक दिया. आरोपियों ने बताया कि उन्होंने इन रुपयों से एक पुरानी वैगनआर गाड़ी भी खरीदी थी और रुपयों की लालच में इस वारदात को अंजाम दिया. फिलहाल, पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जांच के दौरान यह पता लगाया जाएगा कि इनके साथ वारदात में कोई और आरोपी तो शामिल नहीं था.

(इनपुटः योगेश कुमार)

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