Ghaziabad News: गाजियाबाद के राजनगर स्थित गुलमोहर गार्डन सोसाइटी में मासूम बच्चों ने पैदल मार्च निकालकर कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की. इस दौरान बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते नजर आए.
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Ghaziabad News: गाजियाबाद के राजनगर स्थित गुलमोहर गार्डन सोसाइटी में लगातार लावारिस कुत्तों के सोसाइटी के बच्चों पर हमले करने के मामले सामने आ रहे हैं. कुत्ते के काटने की घटनाओं और कुत्तों के खौफ से तंग आकर आज समिति परिसर में बच्चों ने प्रदर्शन किया. मासूम बच्चों ने सोसाइटी में पैदल मार्च निकालकर कुत्तों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की. इस दौरान मासूम बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते नजर आए.
पोस्टर के साथ प्रदर्शन
मासूम बच्चे प्रदर्शन के दौरान अपने हाथों में कई गंभीर सवालों वाले पोस्टर लिए नजर आए, जिनमें लिखा था- बच्चे घर के अंदर और कुत्ते घर के बाहर कैसे, कुत्ता टॉय नहीं है बाइट ज्वाय नहीं है, पशु अधिकार मानव अधिकार से ऊपर कैसे हो सकते हैं? ऐसे तमाम सवालों के पोस्टर के साथ बच्चों के प्रदर्शन ने हर किसी को कुत्तों के बढ़ते आतंक के मामलों में गंभीरता से सोचने को मजबूर कर दिया है.
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कुत्तों के डर से बाहर नहीं निकलते बच्चे
सोसाइटी निवासी बच्चों का कहना है कि लावारिस कुत्तों का खौफ इतना है कि उन्हें घर से बाहर निकलते हुए डर लगता है. सोसाइटी निवासी साक्षी पटनायक के मुताबिक वह गुलमोहर गार्डन में रहती हैं. साक्षी ने बताया कि शनिवार को वह अपने बच्चों को लेकर स्केटिंग क्लास से वापस लौट रही थी. इस दौरान रास्ते में कई लावारिस कुत्ते बैठे हुए थे, बच्चे के रास्ते से निकलने के दौरान कुत्तों ने उसपर हमला कर दिया. कुत्ते के हमले से बच्चे के पैर में गहरा घाव हो गया और टांग से खून निकलने लगा. इसके बाद बच्चे का उपचार कराया गया और इंजेक्शन लगवाए गए.
सोसाइटी के लोग हो रहे परेशान
सोसाइटी निवासियों के अनुसार, कुत्ते के काटने के बाद बच्चे को न सिर्फ दर्द है बल्कि सोसाइटी के दूसरे बच्चों में डर का माहौल है. आमतौर पर जब बच्चे सोसाइटी परिसर में साइकिल चलाते हैं तो कुत्ते बच्चों के पीछे भागते हुए दिखाई देते हैं. सोसाइटी के लोगों का कहना है कि हमें अपने बच्चों के लिए सुरक्षित माहौल चाहिए. सोसाइटी में फीडिंग पॉइंट मौजूद हैं, लेकिन फिर भी लोग फीडिंग पॉइंट्स में डॉग्स को फीड नहीं कराते हैं. वह आसपास कहीं भी कुत्तों को खाना डाल देते हैं.
Input- Piyush Gaur