Mrityu Panchak 2024: 10 फरवरी को मुत्यु पंचक की शुरुआत होगी, जो 14 फरवरी को समाप्त होगा. इस दौरान दक्षिण दिशा की यात्रा और किसी भी प्रकार के शुभ काम करने की मनाही होती है.
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Mrityu Panchak 2024: हिंदू पंचांग में सभी तिथियों का विशेष महत्व माना जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर महीने में 5 दिन ऐसे होते हैं, जिनमें शुभ कार्यों को करने की मनाही होती है. इन 5 दिनों को पंचक या मृत्यु पंचक कहा जाता है. इस दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य नहीं किए जाते. अगर आप भी किसी शुभ काम को करने की योजना बना रहे हैं तो उन्हें इन 5 दिनों के पहले पूरा कर लें. जानते हैं फरवरी महीने में पंचक कब से शुरू होंगे.
फरवरी में कब शुरू होंगे मृत्यु पंचक
हिंदू पंचांग के अनुसार, 10 फरवरी, दिन शनिवार को सुबह 10 बजकर 02 मिनट पर मृत्यु पंचक की शुरुआत होगी और 14 फरवरी को सुबह 10 बजकर 43 मिनट पर पंचक की समाप्ति होगी.
कब लगते हैं पंचक ?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब चन्द्रमा धनिष्ठा, पूर्व भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद, शतभिषा और रेवती नक्षत्र में होता है तो उसे पंचक कहा जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इन सभी नक्षत्रों को चंद्रमा को पार करने में 5 दिन का समय लगता है, यही वजह है कि पंचक कुल 5 दिनों तक रहते हैं.
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मृत्यु पंचक में भूलकर भी न करें ये काम
मुत्यु पंचक के दौरान किसी भी प्रकार के शुभ काम करने की मनाही होती है. पंचक में नया घर खरीदना या घर की छत बनवाना भी अशुभ माना जाता है. इस दौरान नई चारपाई बनाने और दक्षिण दिशा में यात्रा करने की भी मनाही होती है. पंचक में किसी भी तरह के जोखिम वाले कार्यों को भी करने से बचना चाहिए.
पंचक में मृत्यु होने पर करें ये उपाय
पंचक के दौरान किसी भी व्यक्ति की मौत होना भी अशुभ माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि अगर पंचक में किसी की मौत होती है तो 5 लोगों के मौत की आशंका बनी रहती है. अगर पंचक में किसी भी व्यक्ति की मौत होती है तो उसके साथ कुश के 5 पुतलों का अंतिम संस्कार करने का विधान है. ऐसी मान्यता है कि पुतलों का अंतिम संस्कार करने से पंचक का अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है.
Disclaimer- इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य सूचनाओं और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं. ZEE MEDIA इनकी पुष्टि नहीं करता है.