Delhi Metro Update: डीएमआरसी ने दिल्ली मेट्रो के चरण 4 परियोजना का पहला खंड अगस्त में खोलेगी. शुरुआती तीन किलोमीटर का हिस्सा जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम मार्ग तक चलेगा.
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Delhi Metro Phase 4 Update: यात्रियों को सुविधा प्रदान करने और बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए डीएमआरसी ने दिल्ली मेट्रो के चरण 4 परियोजना का पहला खंड अगस्त में खोलेगी. शुरुआती तीन किलोमीटर का हिस्सा जनकपुरी पश्चिम (Janakpuri West) से आरके आश्रम मार्ग (R.K. Ashram Marg) तक चलेगा. इसमें दो नए स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर पर परिचालन शुरू होने से पहले अंतिम सुरक्षा प्रमाणपत्र और निरीक्षण का काम चल रहा है.
नया खंड 28.9 किलोमीटर के बड़े चरण-4 प्रोजेक्ट का हिस्सा
डीएमआरसी के प्रवक्ता अनुज दयाल के हवाले से कहा गया है कि नया खंड 28.9 किलोमीटर के बड़े चरण-4 प्रोजेक्ट का हिस्सा है. जनकपुरी पश्चिम से कृष्णा पार्क एक्सटेंशन कॉरिडोर पूरा होने वाला है और अधिकारी अब काम के अंतिम चरण और सुरक्षा तैयारियों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.
मार्च 2026 तक नए कॉरिडोर को चालू करने की उम्मीद
नए कॉरिडोर का कृष्णा पार्क एक्सटेंशन हिस्सा जमीनी स्तर पर होगा और जनकपुरी पश्चिम भाग ऊंचा होगा. चरण 4 के तहत सभी गलियारों का काम समान तरीके से चल रहा है और मार्च 2026 तक परियोजना पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है.
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दिल्ली मेट्रो चरण 4 की विस्तार परियोजना का उद्देश्य
दिल्ली मेट्रो चरण 4 की विस्तार परियोजना का उद्देश्य पूरे शहर में कनेक्टिविटी बढ़ाना और रोहिणी, प्रशांत विहार, नॉर्थ रोहिणी कैंपस, पीतमपुरा और दिल्ली हाट जैसे क्षेत्रों को मध्य दिल्ली के व्यस्त और गुलजार बाजारों और विरासत स्थलों से जोड़ना है.
तीन प्रमुख कॉरिडोर है शामिल
इस परियोजना में तीन प्रमुख कॉरिडोर शामिल हैं. मजलिस पार्क से मौजपुर (12.5 किलोमीटर), एयरोसिटी से तुगलकाबाद (23.6 किलोमीटर), और जनकपुरी पश्चिम से आरके आश्रम (28.9 किलोमीटर) तक.
2.5 लाख रोजाना यात्रियों को लाभ की उम्मीद
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन द्वारा चरण IV के तहत दो नए पारित कॉरिडोर के निर्माण के लिए वैधानिक मंजूरी हासिल करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक कॉरिडोर और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर से अतिरिक्त 2.5 लाख रोजाना यात्रियों को लाभ की उम्मीद होगी. 8,399 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के साथ, कॉरिडोर को 2028 तक पूरा करने की योजना है, जिसका लक्ष्य मेट्रो नेटवर्क का विस्तार करना और दक्षिण, मध्य और पूर्वी दिल्ली में कनेक्टिविटी बढ़ाना है.