Fatehpur Beri News: 40 साल के लंबे इंतजार के बाद यहां के लोगों के लिए शुरू हुई दिवाली, जानें वजह
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Fatehpur Beri News: 40 साल के लंबे इंतजार के बाद यहां के लोगों के लिए शुरू हुई दिवाली, जानें वजह

Fatehpur Beri Hindi News: फतेहपुर बेरी और असोला गांव में मात्र एक तालाब जो लगभग दो एकड़ में है, जिसका  जीर्णोद्धार का कार्य आज से शुरू कर दिया गया है. इसी को लेकर वहां के लोगों ने कहा कि आज हमारे गांव के लिए दिवाली है. 

Fatehpur Beri News: 40 साल के लंबे इंतजार के बाद यहां के लोगों के लिए शुरू हुई दिवाली, जानें वजह
Asola, Fatehpur Beri News: राजधानी दिल्ली में कई तालाब, झोर और झील हैं, लेकिन सही ढंग से इसकी रख रखाव और सरकार द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण कई सुख गई या फिर कई कुड़ा घर बनकर रह गया है. लोगों ने इसमें कुड़ा फेंकना शुरू कर दिया, जिससे तालाब का पानी खराब हो गया और ये आसपास के लोगों के लिए बीमारी का घर हो गया.

गंदगी के कारण पानी तो खराब हुआ ही साथ ही मच्छर और गंदगी से कई सारी बीमारियां लोगों को होने लगी. जबकि इस तरह के तालाब से पहले लोग पानी पीते थे, जानवर भी इसमे पानी पीते थे. साथ हीं तालाब में पानी होने के कारण आसपास के इलाकों मे जमीन में वाटर लेबल भी सही रहता था. लोगों ने तालाब के रख रखाव और जीर्णोद्धार के लिए कई बार सरकार और संबंधित विभागों से मांग की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. हालांकि अब दिल्ली सरकार कई तालाबों की जीर्णोद्धार की बातें कह रही है.

दरअसल, फतेहपुर बेरी और असोला गांव में मात्र एक तालाब जो लगभग दो एकड़ में है. सालों पहले इसी तालाब के पानी को लोग पीया करते थे, लेकिन बाद में रख रखाव के अभाव में ये तालाब भी दिल्ली के और तालाबों की तरह कुड़ा घर बन गया और इसका पानी जहरीला हो गया. अब इंसान तो क्या पशु पक्षी भी इसका पानी नहीं पीते. साथ ही यहां गंदगी के कारण लोगों को मच्छर और कई तरह की बीमारी होने लगी है. यहां के आसपास में जमीन में वाटर लेबल कम हो गया, जिसके कारण कई ट्यूबवेल में पानी नहीं आता.

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पिछले चालीस साल से यहां के लोग इस तालाब के जीर्णोद्धार की मांग करते आ रहे हैं, लेकिन कितनी सरकारें आई और गईं, लेकिन कोई ने भी इस तालाब को जीर्णोद्धार करने की कोशिश नहीं की. आखिरकार गांव के ही समाजसेवी ऋषिपाल महाशय ने इस तालाब का जीर्णोद्धार कराने का बीड़ा उठाया. उन्होंने कई बार दिल्ली सरकार के संबंधित विभाग को पत्र लिखा समाचार पत्रों के माध्यम से अपनी मांग को ऊपर तक पहुंचाने की कोशिश की. आखिर में दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी को अवगत कराया. इस कार्य में गांव के लोगों ने भी इनका साथ दिया. 

सांसद ररमेश बिधूड़ी ने पिछले साल इस तालाब का निरिक्षण किया था और लोगों को आश्वासन दिया था कि बहुत जल्द इस तालाब का जीर्णोद्धार करवाएंगे साथ ही तालाब के चारों तरफ पार्क और पैदल चलने के लिए ट्रैक, जिसे फूल-पौधों और सुन्दर लाइट से सजाएंगे. रमेश बिधूड़ी ने इसके लिए प्रयास करने के बाद डीडीए ने इस तालाब का जीर्णोद्धार और सौंदर्यकरण करने का जिम्मा उठाया. 

आज जैसे ही डीडीए के अधिकारी बड़े-बड़े क्रेन, जेसीबी मशीन और डंपर लेकर इस तालाब का जीर्णोद्धार का काम शुरू किया. वैसे ही गांव के लोगों में खुशी कि लहर दौड़ गई. लोगों ने कहा कि आज हमारे गांव के लिए दिवाली है. उन लोगों ने सांसद रमेश बिधूड़ी और डीडीए के अधिकारियों के प्रति आभार जताया. वैसे आज इस जीर्णोद्धार के कार्यक्रम में सांसद रमेश बिधूड़ी को भी आना था, लेकिन कुछ कारणवश नहीं आ सके. हालांकि उन्होंने गांव के लोगों के पास अपने प्रतिनिधि के माध्यम से संदेश भिजवाया कि बीच में वो निरिक्षण करने के लिए आएंगे और जब ये तैयार हो जाएगा तो उद्घाटन समारोह में भी आएंगे. जिसका जीर्णोद्धार और सौंदर्यकरण का काम तीन महीने में पूरा कर लिया जाएगा.

Input: मुकेश सिंह

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