चलती गाड़ी में होता था अजन्मी बच्चियों के खिलाफ Crime, भ्रूण लिंग जांच में एक गिरफ्तार
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चलती गाड़ी में होता था अजन्मी बच्चियों के खिलाफ Crime, भ्रूण लिंग जांच में एक गिरफ्तार

Haryana news: झज्जर के स्वास्थ्य विभाग की टीम भ्रूण लिंग जांच गिरोह ने भंडाफोड़ किया. जिसमें एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. 

चलती गाड़ी में होता था अजन्मी बच्चियों के खिलाफ Crime, भ्रूण लिंग जांच में एक गिरफ्तार

हरियाणा: झज्जर (Jhajjar) के स्वास्थ्य विभाग की टीम को एक बार फिर लिंग जांच गिरोह का पर्दाफांश करने में सफलता हासिल हुई है. भ्रूण लिंग जांच गिरोह के एजेंट झज्जर के साथ-साथ रेवाड़ी, रोहतक और सोनीपत जिलों में भी सक्रिय थे. रेवाड़ी जिला से लिंग जांच कराने के लिए पहुंचे एक दंपत्ती की भी रेड के दौरान पहचान कर ली गई.  बता दें कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झज्जर में बीते दो महीनों के दौरान लिंग जांच करने वालों के खिलाफ छठी बार रेड की, जो कि सफल रही. स्वास्थ्य विभाग को इंटेलीजेंस नेटवर्क द्वारा सूचना मिली कि एक दंपत्ति भ्रूण लिंग जांच के लिए पहुंचा. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जाल बिछाकर छापेमारी की. 

इस मामले की जानकारी सिविल सर्जन डा. ब्रहमदीप सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए दी. उन्होंने बताया कि विभाग के इंटेलीजेंस नेटवर्क को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति झज्जर के आसपास भ्रूण जांच करने की गतिविधियों में शामिल है. पीसी-पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डा. शैलेंद्र डोगरा, डिप्टी सिविल सर्जन डा. ममता वर्मा, एएमओ डा. रवि गोदारा, विभाग के अन्य कामों के लिए पुलिस की एक टीम का गठन किया गया. इस टीम ने एक गर्भवती महिला को जांच कराने के लिए  तैयार करते हुए संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया.

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जिसके बाद आरोपी ने 30 हजार रुपये में लिंग जांच करने का सौदा तय किया. अपनी योजना पर काम करते हुए आरोपी ने महिला को गाजियाबाद बुलाया और वहां एक ऑटो में बैठा दिया. उस ऑटो में एक महिला पहले से ही बैठी हुई थी. ऑटो चालक, आरोपी और दोनों महिलाओं को गाजियाबाद के बाहर भोपुरा गांव में डी-मार्ट के साथ एक सुनसान सड़क पर ले गया. उसी दौरान वहां एक गाड़ी आती है और उस गाड़ी में मौजूद चालक और एक अन्य व्यक्ति छोटी पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से गाड़ी में ही दोनों महिलाओं को बैठाकर अल्ट्रासाउंड किया. चलती गाड़ी में अल्ट्रासाउंड करने के बाद दोनों महिलाओं को वापस ऑटो में बैठाकर गाजियाबाद बस स्टैंड छोड़ दिया गया. 

बता दें कि गैंग का नेटवर्क बहुत तेज था. जिसके चलते उन्होंने अल्ट्रासाउंड के दौरान महिलाओं के मोबाइल फोन ले लिए थे. महिलाओं को अल्ट्रासाउंड की जांच का रिजल्ट बताने के लिए आरोपी ने केएमपी एक्सप्रेस-वे पर बुलाया. इसी दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपित को धर दबोचा. आरोपित की पहचान प्रमोद के रूप में हुई और प्रमोद ने पूछताछ में खुलासा किया उसने चार महिलाओं का अल्ट्रासाउंड किया था. पुलिस ने आरोपी के पास 21500 रुपये बरामद किए.  आरोपी के खिलाफ बादली पुलिस थाना में FIR दर्ज की गई है. स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच कर रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी कर ली जाएगी.

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