बीते सोमवार को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर का लोकार्पण किया गया. इस खास मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डेटा सेंटर की कई उपलब्धियां गिनवाई.
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नई दिल्लीः बीते सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को देश के सबसे बड़े डेटा सेंटर (data center) की सौगात दी है. सीएम योगी ने ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क फाइव में मौजूद 6500 करोड़ रुपये के निवेश वाले योट्टा डेटा सेंटर के पहले टावर का लोकार्पण किया है.
इस खास मौके पर योगी के साथ अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार व नोएडा-ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने योट्टा के साथ अगले 5 से 7 सालों में 39 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने पर अनुबंध भी किया. इतना ही नहीं डेटा सेंटर के दो नए टावरों के निर्माण की आधारशिला भी रखी.
बता दें कि सीएम योगी बीते सोमवार को शाम 4.30 बजे नॉलेज पार्क फाइव में स्थित योट्टा डेटा सेंटर पहुंचे और उन्होंने डेटा सेंटर का लोकार्पण किया. इस खास अवसर पर सीएम योगी ने कहा कि देश की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी हीरानंदानी ग्रुप ने बीते साल पहली बार मुंबई से बाहर निकलते हुए उत्तर प्रदेश में डेटा सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया.
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आज ग्रेटर नोएडा में उत्तर भारत के पहले Hyperscale Data Centre का उद्घाटन हुआ।
इस Data Centre के संबंध में ₹39,000 करोड़ का MoU भी उत्तर प्रदेश सरकार और Yotta के मध्य हस्ताक्षरित हुआ है।
Yotta की पूरी टीम एवं प्रदेश वासियों को हृदय से बधाई! pic.twitter.com/4wkraHlG1W
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 31, 2022
उन्होंने कहा कि इनवेस्ट यूपी के अंतर्गत कंपनी ने डेटा सेंटर के लिए ग्रेटर नोएडा को चुना. इस डेटा सेंटर में आगामी 5 वर्षों में कुल छह टॉवरों का निर्माण होना है, जिसमें करीब 39 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा. यह देश का सबसे बड़ा डेटा सेंटर है. यह उपलब्धि ग्रेटर नोएडा के नाम आ गई है.
सीएम योगी ने आगे कहा कि डेटा सेंटर क्षेत्र की कई और कंपनियां भी ग्रेटर नोएडा में निवेश की इच्छा जता रही हैं. मुख्यमंत्री ने हीरानंदानी ग्रुप के इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि डेटा सेंटर क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा अब और भी बड़ा मुकाम हासिल करेगा.
सोशल मीडिया यूजर्स और टेक कंपनियों को मिलेगी मदद
आपको बता दें कि इस नए डेटा सेंटर से प्रदेश में कंपनियों, शिक्षण संस्थानों, सरकारी एजेंसियों को आसानी से डेटा उपलब्ध हो सकेंगे. इसी के साथ अपना डेटा स्टोर रखने के लिए भी सुरक्षित सर्वर मिलेगा. इतना ही नहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसेः फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यू-ट्यूब पर करोड़ो लोग इस्तेमाल करते हैं इस डेटा सेंटर की मदद से उनको डेटा सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी. साथ ही बैंकिंग, व्यापार, स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन व आधार का डेटा सुरक्षित रहेगा.
सीएम योगी ने आखिर में कहा कि दुनियां में मोबाइल व इंटरनेट 20 फीसदी उपभोक्ता भारत का है, लेकिन डेटा स्टोरेज के लिए हमें दूसरों के यहां जगह तलाशनी पड़ती थी. उत्तर प्रदेश देश सबसे ज्यादा आबादी वाला राज्य हैं. यहां डेटा स्टोरेज, डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों में काम करने वाली कंपनियों के लिए अपार संभावनाएं हैं.