वजीराबाद का यमुना घाट पड़ा वीरान श्रद्धालु परेशान, वैकल्पिक घाटों पर मनाया जा रहा छठ महापर्व
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वजीराबाद का यमुना घाट पड़ा वीरान श्रद्धालु परेशान, वैकल्पिक घाटों पर मनाया जा रहा छठ महापर्व

दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ महापर्व को मनाने की तैयारी पूरी हो चुकी थी, लेकिन प्रशासन ने शनिवार सुबह यमुना घाट पर छठ महापर्व को मनाने के लिए लोगों से मना किया. जिसके चलते आनन फानन में वैकल्पिक घाटों को तैयार किया गया और अब वहां पूजा की जा रही है. 

वजीराबाद का यमुना घाट पड़ा वीरान श्रद्धालु परेशान, वैकल्पिक घाटों पर मनाया जा रहा छठ महापर्व

नई दिल्ली: आज छठ महापर्व का तीसरा और सबसे प्रमुख दिन है. आज डूबते हुए सूरज को अर्घ्य दिया है. 4 दिनों तक चलने वाले इस महापर्व की शुरुआत 28 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ हुई है, जो सोमवार को उगते हुए सूरज को अर्घ्य देने के साथ समाप्त हो जाएगी. छठ पर्व बिहार का मुख्य त्योहार है जो कि देश के कई  हिस्सों में मनाया जाता है और सभी जगहों पर भी देखने को मिलती है.

इसी के बीच दिल्ली में यमुना घाटों पर छठ महापर्व को मनाने की तैयारी पूरी हो चुकी थी, लेकिन प्रशासन ने शनिवार सुबह यमुना घाट पर छठ महापर्व को मनाने के लिए लोगों से मना किया. जिसके चलते जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ, अब इलाके के श्रद्धालुओं ने छठ घाटों की वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए अपने घर के पास ही छठ घाट बनाए हैं. कई इलाकों में दिल्ली सरकार द्वारा छठ घाट बनाकर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है, ताकि छठ व्रती आराम से छठ महापर्व को मना सके और डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दें सकें. 

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बता दें वजीराबाद इलाके के शामघाट के पास यमुना किनारे पर पूरी तरह से लोगों ने छठ महापर्व को मनाने की तैयारी की थी. अपने-अपने निशान लगाकर घाट पक्के किए थे, छठ माई की प्रतिमा बनाई थी, लेकिन प्रशासन द्वारा यमुना में छठ पर्व को मनाने को लेकर सख्ती की गई. यमुना किनारे वैकल्पिक गड्ढे खोदे गए लेकिन लोगों ने उसका विरोध किया तो इन गड्ढों को पूरी तरह से भरवा दिया गया. उसके बाद दिल्ली सरकार  ने वजीराबाद इलाके में 8 से 10 जगह छठ घाटों की वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.

वजीराबाद के इन छठ घाटों पर व्रती धीरे-धीरे कर इन घाटों पर पहुंचे. लोगों का कहना है कि यह व्यवस्था जल्दबाजी में की गई है. हालांकि सरकार की ओर से तैयारी पूरी हो चुकी है. खुशी-खुशी लोग छठ महापर्व को इन वैकल्पिक घाटों पर मनाएंगे लेकिन मन में कहीं ना कहीं इस बात का दुख भी है कि केंद्र और दिल्ली सरकार छठ श्रद्धालुओं के साथ या कहे पूर्वांचल के लोगों के साथ राजनीतिक कर रही हैं. लोग छठ महापर्व को मनाने के लिए घाट की सफाई कर चुके थे. अंतिम समय में यमुना घाट पर छठ महापर्व मनाने के लिए मना कर दिया गया. जिसको लेकर लोग सरकार से काफी नाराज हैं, लोगों का कहना है कि यमुना घाट पर हजारों की संख्या में लोग छठ महापर्व को मनाने के लिए आने वाले थे.  इन घाटों पर सैकड़ो लोगों की व्यवस्था हो सकती है. 

वजीराबाद इलाके में अलग-अलग छठ घाट पर श्रद्धालुओं का आना शुरू हो चुका है. तैयारियां पूरी हो चुकी है, अब लोगों को केवल इंतजार है कि वह सूर्य को अर्घ्य देकर उसके बाद कुछ लोग घाटों पर रुकेंगे तो कुछ वापस अपने घर चले जाएंगे और सुबह उगते हुए सूर्य को आकर दे देंगे, उसके बाद छठ महापर्व का समापन हो जाएगा. 

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