Ballabhgarh News: बल्लभगढ़ के एक सरकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अपने स्कूल की छात्राओं की बोर्ड परीक्षा फीस का भुगतान नहीं किया है. ऐसे में छात्राओं की बोर्ड परीक्षाओं को चिंता बढ़ गई है.
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Ballabhgarh News: बल्लभगढ़ के एक सरकारी विद्यालय के प्रधानाचार्य ने अपने स्कूल की छात्राओं की बोर्ड परीक्षा फीस का भुगतान नहीं किया है. ऐसे में छात्राओं की बोर्ड परीक्षाओं को चिंता बढ़ गई है. अगर 15 दिसंबर तक बोर्ड परीक्षा शुल्क का भुगतान नहीं होता है तो विद्यालय में पढ़ने वाली करीब 600 छात्राएं परीक्षा देने से वंचित भी हो सकती है. इसके अलावा परीक्षा शुल्क का भुगतान न करने से समय बीतने पर विलंब शुल्क भी बढ़ता जा रहा है. अब संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य को एक हजार रुपये प्रति छात्रा के हिसाब से विलंब व परीक्षा शुल्क जमा कराना होगा. प्रधानाचार्य के इस रवैये से जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी भी परेशान हैं.
जानकारी के अनुसार, बल्लभगढ़ के एक सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं ने अपना बोर्ड परीक्षा शुल्क स्कूल में समय से भर दिया था. करीब साढ़े चार लाख रुपये परीक्षा शुल्क एकत्रित हुआ था. यह शुल्क विद्यालय के प्रधानाचार्य को हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के खाते में जमा कराना था. तीन दिसंबर तक बिना विलंब शुल्क के परीक्षा शुल्क लिया जा रहा था. चार से नौ दिसंबर तक 300 रुपये प्रति छात्राओं के हिसाब से विलंब और परीक्षा शुल्क भुगतान करना था. शनिवार सात दिसंबर को मामला तूल पकड़ने के बाद प्रधानाचार्य ने शिक्षा अधिकारियों के सम्मुख प्रस्तुत होकर शाम तक विलंब शुल्क के साथ परीक्षा शुल्क जमा कराने की बात कही थी, लेकिन अभी तक उन्होंने शुल्क नहीं कराया है.
छात्राओं का आरोप है कि उनसे बोर्ड की फीस अध्यापकों ने ले ली है परंतु अभी तक उसे जमा नहीं कराया और स्कूल के प्रिंसिपल उन सभी बच्चों की परीक्षा फीस लेकर फरार हो गए हैं. बोर्ड की परीक्षा की फीस न भरने पर वह परीक्षा में नहीं बैठ सकते जिनसे उनका एक साल खराब हो सकता है.
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छात्रों की मांग है कि जल्द से जल्द आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई हो और उनकी फीस जल्द से जल्द भरी जाए ताकि वह एडमिट कार्ड लेकर बोड की परीक्षा दे सके. फिलहाल जिला शिक्षा अधिकारी के के पास पीड़ित छात्राओं के अभिभावकों ने शिकायत दर्ज करवा दी है, साथ ही मिली जानकारी के अनुसार आरोपित प्रिंसिपल स्कूल से नरादर है.
वहीं स्कूल के एक अध्यापक ने बताया कि हर साल बोर्ड क्लास के छात्रों की बोर्ड फीस जमा होती है, जिसको सभी छात्रों से लेकर क्लास टीचर प्रिंसिपल को दे देते हैं और स्कूल के प्रिंसिपल उसे जमा कर देते थे. मगर इस बार 12th क्लास के करीब 609 बच्चों की बोर्ड परीक्षा की फीस प्रिंसिपल द्वारा जमा नहीं कराई गई है. लगभग चार लाख 57000 लेकर प्रिंसिपल गायब हो गए हैं. फिलहाल विभाग को सूचना दे दी गई थी. भारतीय तरफ से भी आश्वासन मिला है कि जल्द से जल्द सभी बच्चों की फीस को जमा कर दिया जाएगा ताकि बच्चे परीक्षा में बैठ सके.
Input: Amit Chaudhary