Palwal: खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पलवल की बेटी ने जीता स्वर्ण पदक
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Palwal: खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पलवल की बेटी ने जीता स्वर्ण पदक

सम में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पलवल की बेटी ने स्वर्ण पदक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. गांव चांदहट की बबली जाखड़ ने रिले दौड़ में स्वर्ण पदक जीता है. बबली का चयन राष्ट्रीय खेलों के लिए भी किया गया है. 

Palwal: खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पलवल की बेटी ने जीता स्वर्ण पदक

Palwal:  असम में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में पलवल की बेटी ने स्वर्ण पदक हासिल कर जिले का नाम रोशन किया है. गांव चांदहट की बबली जाखड़ ने रिले दौड़ में स्वर्ण पदक जीता है. बबली का चयन राष्ट्रीय खेलों के लिए भी किया गया है. मंगलवार को पलवल पंहुचने पर बबली का जोरदार स्वागत किया गया. नेता जी सुभाष चंद्र बोस खेल स्टेडियम में आयोजित सम्मान समारोह में जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी अनिल कुमार ने पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया. बबली की इस उपलब्धि से गांव में खुशी का माहौल है.

बबली ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिजनों को दिया है. खिलाड़ी बबली ने कहा कि वह मां ओमवती कॉलेज हसनपुर में पढ़ती है. उनका सपना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए खेल कर गोल्ड मेडल हासिल करना है. पहले भी उनका यूनिवर्सिटी से उनका चयन हुआ था. फिर दिसंबर में असम के गुहाटी में आयोजित आल इंडिया यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में उनकी टीम ने गोल्ड मेडल हासिल किया था. 

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उसके बाद खेलो इंडिया में सिलेक्शन हुआ, जिसमें उन्हें गोल्ड मेडल हासिल किया. उन्होंने कहा कि उनकी इस कामयाबी में अपने मायके और ससुराल वालों की तरफ से हर संभव सहयोग मिला. जिसकी वजह से यह संभव हो पाया है. बबली जाखड़ ने बताया कि पहले वो स्कूल की तरफ से नेशनल गेम्स खेलती थी. फिर उनकी शादी हो गयी और उनके अभ्यास पर विराम लग गया. शादी के चार साल बाद उन्होंने दोबारा से अभ्यास शुरू किया. उनका एक 4 साल का बेटा भी है।

कोच देवी जाखड़ ने बताया कि शादी के चार साल बाद बबली ने दोबारा अभ्यास शुरू किया. एक बार छूटने के बाद दोबारा से शुरू करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन बबली ने हिम्मत नहीं हारी और लगातार संघर्ष किया, जिसकी वजह से आज उनका राष्ट्रीय स्तर पर चयन हुआ है. उनकी कोशिश है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लिए बबली से अभ्यास कराया जाए, ताकि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल कर देश का सम्मान बढ़ा सके.
Input: Rushtam Jakhar