Supaul News: सुपौल में गलत जगह पुल बनाने का मामला सामने आया है. ग्रामीणों ने कहा कि एप्रोच और सड़क नहीं बनने से औचित्य विहीन पुल हो गया है. मामला पिपरा प्रखंड के रामपुर वार्ड नंबर तीन का है.
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Supaul: बिहार में इन दिनों पुल की खूब चर्चा हो रही है. कहीं ध्वस्त होता पुल, तो कहीं जर्जर और जीर्ण शीर्ण पुल लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है. मगर, इन सबसे अलग कुछ हैरान करने वाले मामले भी सामने आ रहे हैं. जिसमें पुल निर्माण पर ही ग्रामीणों ने सवाल खड़ा कर दिया है.
दरअसल, पिपरा प्रखंड के रामपुर वार्ड नंबर तीन का है. जहां लोगों की आवाजाही के लिए सड़क और पुल का निर्माण किया गया, लेकिन पुल की कनेक्टिविटी के लिए तीन साल बीत जाने के बाद भी पुल के उस पार जाने के लिए सड़क और एप्रोच का निर्माण नहीं किया जा सका है. जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है.
ग्रामीण ने कहा कि जहां बैंगा नदी का पानी बहता है. वहां पुल नहीं बनाया गया है. ऊंचे स्थान पर पुल बना दिए जाने से पुल के नीचे पानी का बहाव नहीं होता है. इतना ही नहीं पुल के दूसरी ओर जाने के लिए सड़क और एप्रोच नहीं बनाया गया है. जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं.
ग्रामीणों की माने तो मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल त्रिवेणीगंज के अधीन रामपुर के सत्य नारायण चौधरी के घर से बेंगा धार तक सड़क निर्माण कार्य और एक पुल का निर्माण किया गया है. आलम यह है कि सड़क पुल तक पहुंचकर समाप्त हो जाती है.
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ऐसे में पुल पार कर दूसरी ओर जाने को लेकर कब तक काम हो पाएगा यह भविष्य के गर्त में है. वर्षों बीत जाने के बाद भी अब तक इस दिशा में पहल नहीं किए जाने से ग्रामीण मायूस हैं. खास बात यह है कि इस बाबत विभागीय अभियंता कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
रिपोर्ट: सुभाष