Samastipur News: लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने साहस दिखाते हुए जान जोखिम में डालकर पुल पर ट्रेन के नीचे रेंगते हुए इंजन में हो रहे लीकेज को ठीक किया. इसके बाद दोनों फिर ट्रेन के नीचे पुल पर रेंगते हुए बाहर आए और ट्रेन को सही सलामत अगले स्टेशन तक ले कर गए.
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Samastipur Train Driver: बिहार के समस्तीपुर में एक ट्रेन के ड्राइवर की बहादुरी के काफी किस्से वायरल हो रहे हैं. बीच पुल पर इंजन में खराबी आ जाने पर ड्राइवर ने अपनी साहस और बहादुरी का ऐसा परिचय दिया और हजारों यात्रियों की जान बचाई. इस ड्राइवर की बहादुरी का वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो को जिसने भी देखा चालक की तारीफ की. जिसके बाद अब समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने दोनों लोको पायलट को सम्मानित करने की घोषणा की है. दरअसल, समस्तीपुर रेलमंडल के बाल्मीकिनगर और पनियावा स्टेशन के बीच बने पुल संख्या 382 पर अचानक लोको इंजन के अनलोडर वॉल्व से एयर प्रेशर लीकेज हो गया था. जिस कारण बीच पुल पर ट्रेन रुक गई थी.
इसके बाद लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने साहस दिखाते हुए जान जोखिम में डालकर पुल पर ट्रेन के नीचे रेंगते हुए इंजन में हो रहे लीकेज को ठीक किया. इसके बाद दोनों फिर ट्रेन के नीचे पुल पर रेंगते हुए बाहर आए और ट्रेन को सही सलामत अगले स्टेशन तक ले कर गए. इस साहसिक कार्य को देखते हुए समस्तीपुर रेल मंडल के डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने दोनों लोको पायलट को 10 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है.
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क्यों बंद हुई थी ट्रेन?
ट्रेन संख्या 05497 नरकटियागंज – गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन जब वाल्मीकिनगर और पनियावां के बीच पुल संख्या 382 पर पहुंची तो अचानक इंजन (लोको) के अनलोडर वॉल्व से एयर प्रेशर का लीकेज होने लगा, जिस कारण एमआर प्रेशर कम हो गया. इस वजह से ट्रेन बीच पुल पर आकर खड़ी हो गई. पुल पर ट्रेन के रुक जाने के बाद उसे ठीक करने का कोई रास्ता समझ नहीं आ रहा था. फिर लोको पायलट और सहायक लोको पायलट ने साहस दिखाते हुए काम किया और तकनीकि दिक्कत को दूर किया.