Jharkhand News: झारखंड के गोड्डा जिले में काली पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो गुटों आपस में भिड़ने की खबर सामने आ रही है. जिले के पथरा में हुए दो गुटों के बीच संघर्ष में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. वहीं घटना के सूचना मिलने पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची गई.
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गोड्डा: Jharkhand News: झारखंड के गोड्डा जिले में काली पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो गुटों आपस में भिड़ने की खबर सामने आ रही है. जिले के पथरा में हुए दो गुटों के बीच संघर्ष में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. वहीं घटना के सूचना मिलने पर पुलिस की टीम भी मौके पर पहुंची गई. इस दौरान बीच-बचाव के लिए आई पुलिस टीम पर भी उग्र लोगों ने हमला किया गया. इस हमले में एक पुलिस दारोगा भी घायल हो गए. वहीं पुलिस की एक गाड़ी को भी लोगों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है. घटना बीते बुधवार रात की बताई जा रही है.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि युवकों का एक समूह मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहा था, तब दूसरे समूह के साथ विवाद हो गया और देखते देखते ही दोनों ओर से लाठी-डंडे चलने लगे. दोनों गुटों के बीच इसके बाद पत्थरबाजी भी हुई. इससे पहले दुर्गा पूजा के समय भी इन युवकों के दो गुटों के बीच विवाद हुआ था. वहीं पुरानी रंजिश को लेकर एक बार दोनों गुट फिर भिड़ गए. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब बीच-बचाव की कोशिश की तो लोगों ने उनपर भी हमला कर दिया गया. इस हमले में सब इंस्पेक्टर उमेश मोदी के सिर पर गहरी चोट लगी है. फिलहाल उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. वहीं इस हमले में घायल एक दर्जन अन्य लोगों का भी जिले के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
वहीं गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे ने इस घटना को लेकर राज्य सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने इस घटना के लिए निरंजन यादव को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि उसने ही थाना प्रभारी पर हमला किया है. सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि झारखंड पुलिस का इस मामले में मूकदर्शक बनी हुई है.
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