रांची और गुमला जिला क्षेत्र में पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती और दहशत का पर्याय माने जाने वाला कुख्यात बदमाश जयनाथ साहू ने मंगलवार को रांची कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है.
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खूंटीः रांची और गुमला जिला क्षेत्र में पुलिस प्रशासन के लिए चुनौती और दहशत का पर्याय माने जाने वाला कुख्यात बदमाश जयनाथ साहू ने मंगलवार को रांची कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया है. बता दें कि बदमाश जयनाथ साहू पर खूंटी जिले में हत्या और लूट कांड और लेवी वसूली जैसे मामले के 28 केस दर्ज हैं. इसके ऊपर सरकार ने इनाम की भी घोषणा की हुई थी.
आत्मसमर्पण का क्या है पूरा मामला
बता दें कि जयनाथ साहू पूरे क्षेत्र में सम्राट के नाम से प्रचलित था. दहशत का मास्टरमाइंड सम्राट गिरोह के सुप्रीमो जयनाथ साहू ने रांची सिविल कोर्ट के कमलेश बेहरा की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया. जिसके बाद खूंटी एसपी ने बताया कि जयनाथ साहू के उपर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हत्या लूट डकैती के 28 केस दर्ज है. जबकि खूंटी के अलावा रांची, गुमला और सिमडेगा जिले में भी इसके गिरोह के लोगों पर केस दर्ज है.
किस गिरोह के साथ काम करता था जयनाथ
बता दें कि लापुंग थाना क्षेत्र के गलगो गांव निवासी जयनाथ साहू उपाख्य सम्राट पूर्व में गांव के कुख्यात का पर्याय बलि साहू गिरोह के साथ काम करता था, जो कि आपसी मतभेदता के कारण दोनों अलग हो गए. फिर बलि साहू के भाई को मार डाला. इसके बाद कुख्याती के नामचीन के शिखर पर चढ़ता जयनाथ अनेकों जगह पर हत्या, लूट, लेवी वसूली का काम करने लगा. साथ ही इसका सरगना बढ़ता चला गया. नामचीन लोगों की हत्या किए जाने के बाद हत्या में उसके नाम आने के साथ दहशत का पर्याय बन गया. जिसमें तेली समुदाय के प्रचलित लोगों की हत्या करने के बाद से काफी कुख्यात हुआ और खूंटी के नामचीन बस मालिक बिरेन जायसवाल की उसी के घर के पास हत्या करने के बाद और भी दहशत हो गया, जो कि पुलिस के लिए चुनौती बन गया था.
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