झारखंड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बनी कमेटी में फाड़, नेताओं में विरोध के उठे स्वर
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झारखंड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बनी कमेटी में फाड़, नेताओं में विरोध के उठे स्वर

Jharkhand Congress: झारखंड में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में 6 साल के बाद बनी कमेटी को लेकर लगातार घमासान छिड़ा हुआ है. इसी बीच कांग्रेस के नेताओं ने अब खुलकर अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है. जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद 24 घंटे में 3 बार में सूची में बदलाव की गई.

झारखंड में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में बनी कमेटी में फाड़, नेताओं में विरोध के उठे स्वर

रांची: Jharkhand Congress: झारखंड में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में 6 साल के बाद बनी कमेटी को लेकर लगातार घमासान छिड़ा हुआ है. इसी बीच कांग्रेस के नेताओं ने अब खुलकर अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है. जिला अध्यक्षों की घोषणा के बाद 24 घंटे में 3 बार में सूची में बदलाव की गई. ऐसा इसलिए कि जो कांग्रेस के विचारधारा है ठीक उसके विपरीत कमेटियों का गठन किया गया था.इसको लेकर प्रदेश कमेटी ने 19 तारीख को रांची में बैठक बुलाई गई है और इस बैठक में भाग लेने वाले सर्वसम्मति से एक कठोर निर्णय लेंगे.

दूसरे दलों के लोगों को सम्मान

वहीं वर्तमान में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में डेलिगेट लाल किशोर नाथ शाहदेव कहा कि यह लड़ाई वैसे लोगों के खिलाफ है जो दूसरे दलों से आकर के कांग्रेस पार्टी में कब्जा कर लिया है और पद प्राप्त किया है. उन लोगों को हमारे प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा सम्मानित किया जा रहा है. इसको लेकर यह लड़ाई छोटी लड़ाई नहीं होगी बड़ी लड़ाई होगी और यह लड़ाई किसी पद को लेने के लिए नहीं होगी, यह कांग्रेस पार्टी को बचाने की लड़ाई है.

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19 तारीख को बैठक

वहीं झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के डेलिगेट सुनील सिंह का कहना है कि 32 वर्षों से हम पार्टी के लिए काम कर रहे हैं. ठाकुर जी से व्यक्तिगत कोई लड़ाई नहीं है. झारखंड में कांग्रेस पार्टी को लगातार कमजोर करने में इनका अहम योगदान है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को कार्यकर्ताओं को दूर किया जा रहा है. झारखंड की धरती पर कार्यकर्ताओं को अपमानित किया जा रहा है . कांग्रेस के पुराने नेताओं को कीड़ा मकोड़ा की तरह समझा जाता है और अन्य दलों से आए लोगों को मजबूत किया जा रहा है और जिसका हम लोग जोरदार विरोध कर रहे हैं और आने वाले 19 तारीख को हम सब मिलकर कड़ा निर्णय लेंगे.

 इनपुट- मनीष मेहता

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