ग्रेफाइट खदान में नहाने के दौरान 3 बच्चों की डूबने से मौत, इलाके में मचा कोहराम
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ग्रेफाइट खदान में नहाने के दौरान 3 बच्चों की डूबने से मौत, इलाके में मचा कोहराम

पलामू ज़िले के सतबरवा थाना क्षेत्र के पोंची गौरा में बंद पड़े ग्रेफाइट खदान में नहाने के दौरान 3 बच्चों की डूबने से मौत हो गई.

ग्रेफाइट खदान में नहाने के दौरान 3 बच्चों की डूबने से मौत, इलाके में मचा कोहराम

पलामू : पलामू ज़िले के सतबरवा थाना क्षेत्र के पोंची गौरा में बंद पड़े ग्रेफाइट खदान में नहाने के दौरान 3 बच्चों की डूबने से मौत हो गई. इसमें से दो बच्चे के शव को कांटा ऑक्सी से तथा एक बच्चे को गोताखोर ने कड़ी मशक्कत के बाद निकाला. 

एक-एक कर एक दूसरे को बचाने उतरे बच्चे डूबे 
मिली जानकारी के अनुसार 4 बच्चे, अफसर 14 पिता वकील मियां, अहमद 12 पिता मुसताक मियां, शेरू 10 पिता मो. हारूण व डब्लू का पुत्र बंद पड़े खदान में नहाने के लिए गए थे. जहां पर पहले एक बच्चा खदान में उतरा और वह डूबने लगा तो उसे बचाने के लिए एक और बच्चा गया वह भी डूबने लगा तो तीसरा बच्चा उसे बचाने गया. वह भी डूबने लगा. सभी को डूबता देख चौथा बच्चा भी बचाने के लिए पानी में कूद गया. उसके बाद बचाने के क्रम में वह भी डूबने लगा. इसी दौरान चीखने चिल्लाने पर एक चरवाहा दौड़ कर गया और एक बच्चे को डंडा पकड़ा कर बाहर निकाला.

एक बच्चे को चरवाहे ने बचाया, तीन की मौत 
इसके बाद बच्चा और चरवाहा दोनों चीखने चिल्लाने लगे. जब तक लोगों को जानकारी मिलती और लोग दौड़कर आते तब तक तीनों बच्चों की डूबने से मौत हो चुकी थी. खदान में लगभग 70 फीट पानी होने के कारण बच्चों के शव का पता नहीं चल पा रहा था. लोगों ने ऑक्सी झगड़ से खोजबीन शुरू किया तो दो बच्चों का शव मिलने पर उसे निकाला गया. तीसरे बच्चे का शव नहीं मिलने पर सतबरवा थाना प्रभारी ऋषिकेश राय ने मुरमा मलय डैम से 7, 8 गोताखोर को बुलाया और बच्चे के शव को खोजने के लिए कहा. गोताखोरों ने बड़ी मशक्कत के बाद तीसरे बच्चे के शव को शाम को निकाला. 

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मृतक में वकील मियां का पुत्र अफसर 14 वर्ष, मुस्ताक मियां का पुत्र अहमद 12 वर्ष तथा हारून मियां का पुत्र शेरू 10 वर्ष शामिल है. गौरा ताबर गांव में इस घटना के बाद से सन्नाटा पसरा है. इस दौरान कई गांव के हजारों की संख्या में ग्रामीण भी वहां मौजूद थे. इस घटना के बाद प्रशासन के द्वारा खदान के गढ्ढे को नहीं भरे जाने को लेकर गांव में आक्रोश देखा जा रहा है. 

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