Bihar News: नहीं रूक रहा शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयानों का सिलसिला, इस बार कहा कुछ ऐसा
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Bihar News: नहीं रूक रहा शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के विवादित बयानों का सिलसिला, इस बार कहा कुछ ऐसा

Bihar News: बिहार में राजद नेताओं के द्वारा लगातार किसी ना किसी मुद्दे पर लगातार विवादित बयान दिया जा रहा है. वहीं राजद नेता राम मंदिर और सनातन के खिलाफ बयानों को लेकर भी खूब चर्चा में हैं. अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है.

फाइल फोटो

पटना: Bihar News: बिहार में राजद नेताओं के द्वारा लगातार किसी ना किसी मुद्दे पर लगातार विवादित बयान दिया जा रहा है. वहीं राजद नेता राम मंदिर और सनातन के खिलाफ बयानों को लेकर भी खूब चर्चा में हैं. अब बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि लालू के राज में जितने गरीब लोग थे उनको कुर्सी पर बैठने दिया जाता था. इस दौरान उन्होंने कहा कि लालू के समय में जितने गरीब व्यक्ति थे. उस समय उन्होंने कहा था कि पढ़ना लिखना सीखो. 

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इस दौरान शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा की लालू प्रसाद ने गरीबों को दिया आवाज़ तुम हरामी कहते हो जंगल राज. अगर गरीबों की आवाज बुलंद किया वैसा जंगल राज हमको पसंद है और वह जंगल राज ही सही था. यह बात आज बेगुसराय में कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन में पहुंचे चंद्रशेखर की जुबान बोलते-बोलते एक बार फिर से फिसल गई और उन्होंने एक जगह हरामी कह दिया. वहीं इस दौरान चंद्रशेखर ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा और राम और धर्म पर अपने पुराने स्टेण्ड पर कायम रहे. 

बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर आज बेगूसराय पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लिया तथा कार्यक्रम को संबोधित भी किया. अपने संबोधन में नरेंद्र मोदी और भारत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता हासिल करने के लिए जनता को तरह-तरह के सब्ज बाग़ दिखाए और 15 से 20 लाख रुपए हरेक खाते में भेजने का वादा किया. वहीं सरहद एवं सीमा सुरक्षा के संबंध में भी सब्ज बाग़ दिखाए. जबकि हालत यह है कि लद्दाख, डोकलाम एवं अन्य जगहों पर हमारी जमीन पर कब्जा करने का काम किया गया है. उन्होंने प्रत्येक वर्ष 22 करोड़ नौकरी देने की बात कही थी, 9 साल से अधिक बीत जाने के बावजूद अभी तक एक लाख लोगों को भी उन्होंने नौकरी नहीं दी है. 

चंद्रशेखर ने कहा कि अपने आप को चौकीदार की संज्ञा देने वाले नरेंद्र मोदी ने धीरे-धीरे सरकारी संसाधनों को निजी हाथों में बेच दिया. किसानों को आमदनी दोगुनी करने का भरोसा देकर किसानों की लागत दोगुनी कर दी गई. वहीं महंगाई की मार से घर की गृहनियां तक परेशान है. आज हर चीजों का दाम आसमान छू रहा है. नरेंद्र मोदी की सरकार ने कफन से लेकर नमक तक पर जीएसटी लगाने का काम किया. सीमा सुरक्षा की बात करें तो चीन की बात तो दूर नेपाल जैसे छोटे देश ने भी 7000 एकड़ से अधिक भूमि पर अपना कब्जा कर लिया. नरेंद्र मोदी एवं भाजपा की सरकार ने आज तक सिर्फ हिंदू-मुसलमान, कश्मीर पाकिस्तान बात कर लोगों को ठगा है. लेकिन, बिहार के नीतीश और तेजस्वी की सरकार ने लोगों से जो वादा किया उसे पुरा किया और लाखों लोगों को नौकरी दी. आज गांव-गांव अक्षत भेजने का काम किया जा रहा है और लोगों से उगाही जारी है. जबकि नौकरी देने की बात की जानी चाहिए थी. 

दुनिया के लोग चाहे किसी भी धर्म के हो उन्हें अपने भगवान पर आस्था है. गरीबों को चाहिए रोटी कपड़ा और मकान लेकिन आज गरीबों से मकान का हक ले लिया गया और प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ मार्च 2022 के बाद गरीबों को नहीं मिला है और 12 लाख करोड़ रुपए की बंदरबांट कर ली गई. कर्नाटक के बाद बिहार दूसरा ऐसा राज्य बना जहां जाति आधारित गणना करवाई गई और आज मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को आवास का लाभ भी मिल रहा है. भगवान ने वर्ण व्यवस्था की स्थापना नहीं की और ना ही उन्होंने लोगों को जातियों में विभक्त किया था. लेकिन, आज यह लोग जाति मैं बांट कर वर्ण व्यवस्था को स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. शबरी के बेर खाने वाले राम को हम मानते हैं लेकिन जो सबरी के बेटे को मंदिर में न घुसने दे उसको हम नहीं मानते. 2018 में तात्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जगन्नाथ पुरी मंदिर में घुसने नहीं दिया गया था. वर्तमान राष्ट्रपति को भी घुसने नहीं दिया गया. जब हमने इसी बात को दोहराया और कहा कि जाति प्रथा भगवान के द्वारा नहीं बनाई गई वह पुरखों की गलती से बनी है उसे मानने की जरूरत नहीं तो हमारे जीभ की कीमत 10 करोड़ लगा दी गई. वही बात जब संघ प्रमुख मोहन भागवत ने की तो किसी ने चूं तक नहीं की. 

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