Bihar: योगी मॉडल के फैन हुए CM नीतीश, पटना में अतिक्रमण के खिलाफ चला बुलडोजर, अब बनेगा ITI
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1709038

Bihar: योगी मॉडल के फैन हुए CM नीतीश, पटना में अतिक्रमण के खिलाफ चला बुलडोजर, अब बनेगा ITI

पटना में मंगलवार (23 मई) को अतिक्रमण पर बुलडोजर कार्रवाई हुई और लगभग 2 दर्जन से अधिक झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया गया. 

पटना में चला बुलडोजर (File Photo)

Patna Bulldozer Action: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का बुलडोजर मॉडल पूरे देश में सुशासन का प्रतीक बन चुका है. बीजेपी शासित राज्य ही नहीं बल्कि विपक्षी राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस मॉडल को फॉलो करते नजर आते हैं. अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसके फैन हो चुके हैं. यही वजह है कि अब बिहार की राजधानी पटना में भी बुलडोजर गरजते हुए दिखाई दे रहे हैं. पटना में मंगलवार (23 मई) को अतिक्रमण पर बुलडोजर कार्रवाई हुई और लगभग 2 दर्जन से अधिक झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया गया. 

ये कार्रवाई पटना के आलमगंज थाना क्षेत्र के वार्ड संख्या 53 के गायघाट उत्तरी गली में देखने को मिली. स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का विरोध भी किया. जिसके चलते भारी पुलिस फोर्स भी तैनात करनी पड़ी थी. जिला प्रशासन के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाने के लिए पुलिस बल के साथ अनुमंडल कार्यालय में तैनात कार्यपालक दंडाधिकारी मंजू कुमारी और अन्य लोग वहां पहुंचे थे.

लोगों को नहीं दी मोहलत

विस्थापित लोगों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन से अपना सामान हटाने के लिए थोड़े दिनों की मोहलत मांगी थी लेकिन प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी और बुलडोजर चला दिया. उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर हो गए हैं और उनका काफी सामान भी टूट गया है. विस्थापित लोगों ने सरकार से अपने पुनर्वास की मांग की है. 

पीड़ित बोले- दशकों से रह रहे थे

कुछ लोगों का कहना है कि वो करीब 50-60 सालों से यहां पर छोपड़ी बनाकर रह रहे थे. उन्होंने कहा कि उनके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड, और वोटर कार्ड भी है लेकिन इसके बाद भी उन्हें यहां से जबरन हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि सरकार ने वैकल्पिक व्यवस्था किए बिना ही हम लोगों को बेघर कर दिया है. 

ये भी पढ़ें- लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश सरकार की बढ़ी मुश्किलें! अदालत में इन 3 मामलों के फैसलों को लेकर फंसे

खाली जमीन बनेगा ITI

वहीं एसडीओ गुंजन सिंह ने बताया कि ये सरकारी जमीन है. इसे खाली करने के लिए पहले ही नोटिस दिया गया था. इसके बाद कुछ लोगों ने खाली कर दिया था. कुछ रह रहे थे. जिनको शांतिपूर्ण तरीके से खाली करा दिया गया है. जिनके पास घर नहीं हैं. निगम की ओर से उनके पुनर्वास की व्यवस्था कराई जाएगी. उन्होंने बताया कि अब इस जगह पर आईटीआई का निर्माण किया जाएगा.

Trending news