Lok Sabha Election 2024: सीट शेयरिंग को लेकर नेताओं का दिल्ली में कैंप, झारखंड में जारी सियासी बयानबाजी
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Lok Sabha Election 2024: सीट शेयरिंग को लेकर नेताओं का दिल्ली में कैंप, झारखंड में जारी सियासी बयानबाजी

Jharkhand Lok Sabha Election 2024: झारखंड सहित देशभर में लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है. हालांकि दोनों ही खेमा चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. लेकिन, सिर्फ एनडीए ने अपने 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है.

Lok Sabha Election 2024: सीट शेयरिंग को लेकर नेताओं का दिल्ली में कैंप, झारखंड में जारी सियासी बयानबाजी

रांचीः Jharkhand Lok Sabha Election 2024: झारखंड सहित देशभर में लोकसभा 2024 के चुनाव को लेकर तारीखों का ऐलान हो चुका है. हालांकि दोनों ही खेमा चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. लेकिन, सिर्फ एनडीए ने अपने 11 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है. जबकि महागठबंधन की औपचारिक घोषणा अभी भी बाकी है. सीट शेयरिंग को लेकर एक तरफ जहां भाजपा सत्ता विपक्ष पर तंज कस रही है. वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन बीजेपी पर पलटवार करने से परहेज नहीं कर रही है.

भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता अशोक बड़ाईक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 365 दिन काम करती है और इंडिया गठबंधन बरसाती मेंढक है. इसलिए हमसे मुकाबला ही नहीं है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इंडिया एलायंस की आपस में ही लड़ाई है. झारखंड में हम लोगों ने 11 सीट डिक्लेयर कर दिया है. लेकिन, इंडिया गठबंधन अभी तक तय नहीं कर पाई है और आसान भी नहीं है. क्योंकि कई सीटों पर कार्यकर्ताओं का दबाव है. जहां कांग्रेस के खाते की सीट है. वहां झामुमो का दबाव है. सीट शेयरिंग को लेकर आसान नहीं होगा.

कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि हमारा प्रत्याशी मैदान में उतरा नहीं है. हमने औपचारिक घोषणा भी नहीं की है. लेकिन, बीजेपी के अंदर बेचैनी है. इतनी छटपटाहट है. उन्होंने कहा कि अभी तो जब सब कुछ क्लियर हो जाएगा तो उनकी बेचैनी और बढ़ेगी और लोकसभा के परिणाम तक उनकी बेचैनी बढ़ती जाएगी. क्योंकि उनका कुनबा ध्वस्त होने जा रहा है. जिस तरीके से जनता को बेचैन किया है अब उनकी बारी है.

कांग्रेस प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को एहसास हो गया है कि यहां खाता भी नहीं खुलेगा इसलिए वह बेचैन है. चुनाव आयोग ने उम्मीदवारों की और सीट की घोषणा को लेकर कोई डेडलाइन तो नहीं दिया है. हम कब करेंगे यह हमारा मसला है. लेकिन, बेचैनी उन्हें इसलिए है क्योंकि उन्होंने फीडबैक जो लिया है कि हेमंत सोरेन की आंधी में सभी लोग बह जाएंगे.

इंडिया गठबंधन के सीट शेयरिंग का फार्मूला औपचारिक घोषणा के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा. लेकिन इतना साफ है कि झारखंड में सीट को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है.

इनपुट- कामरान जलीली

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