Chirag Vs Pashupati: पशुपति कुमार पारस ने जिस रास्ते पर चिराग पासवान को छोड़ा था और केंद्र में मंत्री पद का ओहदा पा गए थे, अब वे खुद उसी रास्ते पर आ गए हैं और चिराग पासवान केंद्र में मंत्री बन गए हैं.
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पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी 15 जनवरी को दही चूड़ा भेजा का आयोजन तो कर रही है, लेकिन इस आयोजन में चिराग पासवान को नहीं बुलाया जा रहा है. पार्टी चिराग पासवान को विदेशी मान रही है, इसलिए उन्हें दही चूड़ा भोज में नहीं बुलाया जा रहा. हालांकि पार्टी ने पक्ष और विपक्ष के सभी राजनैतिक दलों के शीर्ष नेताओं को न्यौता दिया है.
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रामविलास पासवान के समय से चली आ रही परंपरा का निर्वहन करते हुए राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी मकर संक्रांति के मौके पर दही चूड़ा भोज का आयोजन कर रही है. उनके समय में भी दलगत राजनैतिक विचारों को दरकिनार कर सभी को निमंत्रण दिया जाता था और इस बार भी सभी राजनैतिक दलों के नेताओं को भोज में निमंत्रित किया जा रहा है, लेकिन चिराग पासवान के निमंत्रण को लेकर पूछे गए सवाल पर पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि देशी त्यौहार है, लिहाजा विदेशी लोगों को आमंत्रित नहीं किया गया है.
प्रवक्ता के अनुसार, चिराग देशी नहीं हैं, विदेशी हैं. इसके पीछे वे अपना तर्क भी देते हैं. आरएलजेपी के इस बयान को लेकर लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के प्रदेश उपाध्यक्ष अशरफ अंसारी ने कहा कि इससे उनलोगों की संकीर्ण मानसिकता जाहिर होती है. कौन देशी है और कौन विदेशी, यह जनता ने तय कर दिया है.
बिहार में मकर संक्रांति के मौके पर दही चूड़ा भोज के साथ ही राजनैतिक गतिविधियां तेज होती हैं. चिराग पासवान पटना पहुंच गए हैं और पशुपति कुमार पारस भी गुरुवार शाम से पटना में हैं. पटना पहुंचते ही चिराग पासवान ने कहा, जो लोग मुंगेरीलाल का सपना देख रहे हैं कि एनडीए में टूट हो या एनडीए का कोई घटक दल टूटकर साथ आ जाए, ऐसा नहीं होने वाला. आगामी विधानसभा चुनाव में एनडीए के सभी घटक दल मजबूती से चुनाव लड़ेंगे और 225 से ज्यादा सीट जीतकर बिहार में सरकार बनाने जा रहे हैं.
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BPSC अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज पर बोले चिराग, मैं लाठीचार्ज का पक्षधर नहीं हूं. छात्रों की बातों को गंभीरता से सुना जाना चाहिए. उन पर लाठी चलाना कहीं से भी उचित नहीं है. उनकी मांग को सुना जाना चाहिए. छात्रों के लिए हमेशा बातचीत का दरवाजा खुला रहना चाहिए, इसका मैं पक्षधार हूं.