अब बीजेपी नेता जनक चमार को गलत निमंत्रण पत्र मिला है. पटना कमिश्नर कुमार रवि की ओर से जनक चमार को जनक सिंह बताकर निमंत्रण पत्र भेजा गया है. इसके बाद बीजेपी नेता जनक चमार ने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है.
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Janak Chamar Wrong Invitation Letter: पूरे देश में 76वें स्वतंत्रता दिवस को लेकर तैयारिया जारी हैं. बिहार में 15 अगस्त का जश्न पटना के गांधी मैदान में मनाया जाएगा. इस दिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यहां तिरंगा फहराएंगे और भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा. इस कार्यक्रम के लिए लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है. पटना प्रशासन की ओर से भेजे जा रहे निमंत्रण पत्र में भारी चूक सामने आ रही है. पटना प्रशासन ने राजद एमएलसी सुनील सिंह को विरोधी दल का उप मुख्य सचेतक बता दिया. इसको लेकर जारी विवाद के बीच अब एक और नेता को गलत निमंत्रण पत्र भेज दिया गया है. इस बार बीजेपी नेता जनक चमार को गलत निमंत्रण पत्र मिला है.
पटना कमिश्नर कुमार रवि की ओर से जनक चमार को जनक सिंह बताकर निमंत्रण पत्र भेजा गया है. इसके बाद बीजेपी नेता जनक चमार ने सीधे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. जनक चमार ने कहा कि जब बिहार का मुखिया का ही मेमोरी लॉस हो गया हो, तो फिर उनके अधिकारियों से क्या ही अपेक्षा करें. बता दें कि जनक चमार बिहार विधान परिषद में मुख्य विरोधी दल बीजेपी के मुख्य सचेतक हैं. जबकि पटना के कमिश्नर कुमार रवि के तरफ से जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें उनका नाम जनक सिंह बताया गया है.
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बीजेपी नेता ने इस पर एक ट्वीट करते हुए लिखा कि हे बिहार सरकार मैं जनक चमार हूं, ना कि जनक सिंह और मैं बिहार विधान परिषद का सदस्य हूं ना कि बिहार विधानसभा का. अगर मान भी लें कि जनक सिंह जी का कार्ड भूल बस मेरे पास आ गया, तो उस पर बिहार विधानसभा लिखा होना चाहिए था, नाकि बिहार विधान परिषद. उन्होंने आगे कहा कि जब बिहार के मुखिया ही मेमोरी लॉस की बीमारी से ग्रस्त हो तो फिर अधिकारियों से क्या ही अपेक्षा किया जाए.
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इससे पहले राजद एमएलसी सुनील सिंह को भेजे गए निमंत्रण पत्र में भी गलती की गई थी. सुनील सिंह को भेजे गए पत्र में उनके नाम से साथ उपमुख्य सचेतक विरोध दल लिखा हुआ था. जबकि सुनील सिंह राजद पार्टी से एमएलसी हैं और उनकी पार्टी सरकार में शामिल है. ऐसे में सुनील सिंह ने इस पर घोर आपत्ति जताई थी. रादज एमएलसी सुनील सिंह ने इशारों-इशारों में नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. इसके बाद विभाग की तरफ से भूल सुधार किया गया. उधर जदयू के नेता विभाग के बचाव में आ गए और सुनील सिंह के इस बयान को पूर्वाग्रह से ग्रसित बयान बताया.