Bihar Caste Census: बिहार का जातीय सर्वे फर्जी, पिछड़े और अति-पिछड़े समाज के साथ बेईमानी, बीजेपी ने इस तरह साधा निशाना
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1898137

Bihar Caste Census: बिहार का जातीय सर्वे फर्जी, पिछड़े और अति-पिछड़े समाज के साथ बेईमानी, बीजेपी ने इस तरह साधा निशाना

Bihar Caste Census: मालवीय ने आगे कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं हो सकता है. मंडल कमीशन ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पिछड़े हिंदू समाज से धर्मांतरण करके अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल हुये लोगों को ही सिर्फ़ आरक्षण का लाभ मिलेगा.

बिहार जातिय जनगणना पर बीजेपी का वार

Bihar Caste Census: बीजेपी आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने बिहार की नीतीश-तेजस्वी सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए इसे फेक और पिछड़े और अति-पिछड़े समाज के साथ बेईमानी करार दिया है.

मालवीय ने जातीय सर्वे के आंकड़ों को शेयर करते हुए एक्स पर पोस्ट कर कहा," अगर बिहार के जातीय सर्वे के आंकड़ों को गौर से देखें तो बिहार की जातीय गणना का योग 100 प्रतिशत दिखाया गया है. उसी तरह सभी धर्मों के लोगों का योग भी 100 प्रतिशत है. इसका मतलब यह हुआ कि या तो यह सर्वे भ्रामक है, गगलत है या फिर नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने लगभग सभी अल्पसंख्यकों को पिछड़ा या अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करके हिंदू समाज के वंचित वर्ग के साथ अन्याय किया है! "

ये भी पढ़ें:36% वाले सिर्फ 5, 27% से 12 मंत्री.; जातीय जनगणना बिगाड़ेगी नीतीश कैबिनेट की तस्वीर!

मालवीय ने आगे कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं हो सकता है. मंडल कमीशन ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पिछड़े हिंदू समाज से धर्मांतरण करके अल्पसंख्यक वर्ग में शामिल हुये लोगों को ही सिर्फ़ आरक्षण का लाभ मिलेगा, सभी अल्पसंख्यकों को नहीं. यह सर्वे फ़ेक है और पिछड़े और अति-पिछड़े समाज के साथ बेईमानी भी. 

इनपुट-आईएएनएस

ये भी पढ़ें: जातीय जनगणना कराकर फंस गए CM नीतीश कुमार? मांझी की पार्टी ने कर दी बड़ी डिमांड

Trending news