लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार को बड़ा झटका, मो. अली अशरफ़ फ़ातमी ने पार्टी छोड़ी
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लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार को बड़ा झटका, मो. अली अशरफ़ फ़ातमी ने पार्टी छोड़ी

Mohammed Ali Ashraf Fatmi Resigns: जेडीयू के वरिष्ठ नेता मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से त्यागपत्र दे दिया है. फातमी का अगला कदम क्या होगा, इस बारे में अभी कोई खास जानकारी हासिल नहीं हो पाई है. 

मो. अली अशरफ़ फ़ातमी (ANI)

Md. Ali Ashraf Fatmi Resignation: लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को बड़ा झटका लगा है. जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मो. अली अशरफ़ फ़ातमी ने पार्टी की सभी जिम्मेदारियों से इस्तीफ़ा दे दिया है. आज से पांच साल पहले मोहम्मद अली अशरफ फातमी ने मनीगाछी प्रखंड के नारायणपुर गांव में आयोजित कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की भीड़ के साथ जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की थी. तब भीड़ को संबोधित करते हुए फातमी ने कहा था कि बिहार में जेडीयू ही अल्पसंख्यकों की सबसे बड़ी हितैषी पार्टी है. जेडीयू में शामिल होने से पहले फा​तमी को राजद से निलंबित कर दिया गया था और पार्टी छोड़ने के अलावा उनके पास कोई और चारा नहीं था.

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बताया जाता है कि मधुबनी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए वे जेडीयू में शामिल हुए थे लेकिन यह सीट गठबंधन में भाजपा के पास चली गई और भारतीय जनता पार्टी ने अशोक यादव को मौका दिया था. बिहार में अशोक यादव ने मधुबनी सीट से सबसे बड़ी जीत हासिल की थी और वे सबसे बड़े अंतर से चुनाव जीते थे. 

मोहम्मद अली अशरफ फातमी 10वीं, 11वीं, 12वीं और 14वीं लोकसभा में दरभंगा सीट से चुने जाते रहे थे. उनका जन्म 1 जनवरी 1956 को हुआ था. 2019 में राजद से उनकी बर्खास्तगी का मुख्य कारण लालू परिवार के प्रति अनादर दिखाना रहा था. राजद से निलंबित होने के बाद वे बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गए और मधुबनी से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी थी. हालांकि अगले ही दिन उन्होंने बसपा से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली और बसपा से अलग हो गए. 2019 में 29 जुलाई को वे जेडीयू में शामिल हो गए थे.

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मोहम्मद अली अशरफ फातमी 2004 से 2009 तक मानव संसाधन विकास मंत्रालय में राज्यमंत्री भी रहे थे. वह बिहार के दरभंगा से 4 बार सांसद रहे हैं. फातमी के बेटे फराज फातमी 2015 के विधानसभा चुनाव में पहली बार विधायक चुने गए थे. 

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