आधी रात बीपीएससी अभ्यर्थियों से मिले तेजस्वी, जदयू ने कहा- भविष्य से न खेलें, वरना...
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आधी रात बीपीएससी अभ्यर्थियों से मिले तेजस्वी, जदयू ने कहा- भविष्य से न खेलें, वरना...

Bihar Government: जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए छात्रों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने माना कि बिहार में रोजगार एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन बीपीएससी जैसी संस्थाएं नियमित रूप से परीक्षाएं करा रही हैं.

आधी रात बीपीएससी अभ्यर्थियों से मिले तेजस्वी, जदयू ने कहा- भविष्य से न खेलें, वरना...

पटना: पटना के गर्दनीबाग में बीपीएससी परीक्षा को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों के समर्थन में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पहुंचे. शनिवार देर रात उन्होंने धरना स्थल पर जाकर छात्रों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. छात्रों ने बीपीएससी परीक्षा में कथित धांधली, परीक्षा तिथि बढ़ाने और नॉर्मलाइजेशन की मांग उठाई. तेजस्वी यादव ने उनकी मांगों का समर्थन करते हुए सरकार से 70वीं बीपीएससी परीक्षा को रद्द करने और निष्पक्ष जांच की मांग की. इस बीच जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव की तीखी आलोचना की. 

जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेजस्वी केवल राजनीतिक लाभ के लिए छात्रों की भावनाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में रोजगार एक बड़ा मुद्दा है. बीपीएससी जैसी संस्थाएं नियमित रूप से परीक्षा आयोजित कर रही हैं. हाल ही में हुई परीक्षा में एक शिकायत आई थी, जिसे तुरंत संज्ञान में लिया गया. लेकिन बाकी परीक्षा केंद्रों से कोई बड़ी शिकायत नहीं मिली. नीरज कुमार ने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वे इन विरोध प्रदर्शनों से बचें और परीक्षा की तैयारी पर ध्यान दें. उन्होंने कहा कि कुछ लोग परीक्षा तिथि बढ़ाने और नॉर्मलाइजेशन की बात कर रहे हैं, लेकिन सरकार ने इन मुद्दों का समाधान करते हुए 4 जनवरी 2025 को परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है. छात्रों को चाहिए कि वे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें और मेहनत के बल पर सफलता प्राप्त करें.

इसके अलावा बता दें कि छात्रों के प्रदर्शन और तेजस्वी यादव की इस मुद्दे पर सक्रियता से बिहार की राजनीति गर्मा गई है. एक तरफ जहां तेजस्वी छात्रों की मांगों का समर्थन कर रहे हैं, वहीं सरकार और जेडीयू इसे अनावश्यक विवाद बता रही है. छात्रों का कहना है कि परीक्षा में पारदर्शिता होनी चाहिए और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होना चाहिए. वहीं, सरकार का तर्क है कि परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के आरोपों की जांच हो रही है और छात्रों को भड़काने की बजाय उन्हें परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए. साथ ही बिहार में रोजगार और शिक्षा से जुड़े इन मुद्दों ने राज्य की राजनीति को नई दिशा दे दी है. अब देखना यह है कि सरकार और प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच समाधान कैसे निकलता है.

इनपुट- आईएएनएस

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