अब नहीं होगा लेबर पेन! बस महिलाओं को करना होगा ये आसान सा काम
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अब नहीं होगा लेबर पेन! बस महिलाओं को करना होगा ये आसान सा काम

Nose Ring: माना जाता है कि हमारे देश में नाक छिदवाने की परंपरा सोलहवीं सदी में आई थी. हमारे वेदों और शास्त्रों में भी लिखा है कि नाक छिदवाने से महिलाओं को पीरियड्स के दर्द में राहत मिलती है.

अब नहीं होगा लेबर पेन! बस महिलाओं को करना होगा ये आसान सा काम

पटनाः Nose Ring: भारत एक ऐसा देश है जहां पर विभिन्न धर्म है. विभिन्न धर्मों के अलग-अलग रीति-रिवाज और परंपराएं है. भारतीय संस्कृति में आभूषणों और श्रृंगार का विशेष महत्व है. अक्सर कहा जाता है कि सोलह सिंगार नारी के सौंदर्य को निखारने में बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. इन्हीं सोलह सिंगार में से नथ एक महत्वपूर्ण श्रृंगार माना गया है. हमारे देश की संस्कृति में हर आभूषण को पहनने के पीछे कोई ना कोई कारण होता है. हमारे वेदों में भी इन बातों का उल्लेख मिलता है नाक छिदवाना हमारी संस्कृति और परंपरा के हिसाब से बहुत आवश्यक माना जाता है, लेकिन बहुत कम लोगों को पता होगा कि यह केवल सुंदरता बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत आवश्यक है. इसका महिलाओं के सेहत से भी गहरा संबंध है. 

सोलहवीं सदी में शुरू हुई परंपरा 
ऐसा माना जाता है कि हमारे देश में नाक छिदवाने की परंपरा सोलहवीं सदी में आई थी. आयुर्वेद में इसे चिकित्सा से जोड़कर देखा जाता है और यह बहुत फायदेमंद माना जाता है. हमारे वेदों और शास्त्रों में भी लिखा है कि नाक छिदवाने से महिलाओं को पीरियड्स के दर्द में राहत मिलती है. इसके अलावा प्रसव के दौरान शिशु को जन्म देने में भी आसानी रहती है. बता दें कि नाक छिदवाने से न केवल आप फैशनेबल और स्टाइलिश दिखते हैं. बल्कि इससे आपकी सेहत भी ठीक रहती है. कान और नाक को छिदवाने से रोगों को ठीक करने की वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति के रूप में माना जाता है. इसे सुइयों की मदद से मानसिक भावनात्मक और शारीरिक रोगों को ठीक करने वाली एक्यूपंक्चर पद्धति के अंतर्गत रखा जाता है. 

नाक में नथ पहनने के फायदे 

- लेबर पेन होता है कमः नाक के बायीं तरफ छिदवाने से शिशु को जन्म देते समय दबाव बिंदु पर दबाव डालने का सीधा असर महिलाओं के जनन तंत्र पर पड़ता है, इसलिए नाक कान छिदवाने से लेबर पेन कम होता है. 

- पीरियड्स के दर्द में राहतः पीरियड्स अनियमित नहीं होते है. हमारे शरीर के सभी अंग तंत्र का और नसों के माध्यम से एक दूसरे से जुड़े होते हैं. हमारी नाक के एक्यूप्रेशर पॉइंट जनन तंत्र से जुड़े होते हैं. इसलिए नाक छिदवाने से पीरियड्स का दर्द कम होता है और पीरियड्स समय पर आते हैं. 

- माइग्रेन के दर्द से राहतः नाक छिदवाने से माइग्रेन का दर्द भी कम महसूस होता है. 

- गुस्से में राहतः हमारे शरीर में नाक और कान ऐसे अंग होते हैं जो रक्त संचार में मदद करते हैं. दिमाग तक रक्त को पहुंचाते इन दो अंगों का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है. नाक कान में प्रेशर पॉइंट पर छिदवाने के कारण रक्त संचार सही होता है और दिमाग की शक्ति बढ़ती है. जिससे महिलाओं को गुस्सा कम आता है और उनका रक्तचाप भी सामान्य रहता है. 

- आंखों की तंदुरुस्ती: नाक और कान छिदवाने से हम जिन प्रहार पॉइंट पर दबाव डालते हैं. वह सीधा हमारी आंखों से भी जुड़े हुए होते हैं. अतः यह आंखों को चमकदार और स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं. 

- सर्दी जुकाम से राहत: नाक या कान छिदवाने से सर्दी जुकाम और स्वास्थ्य संबंधी रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ती है. यह सही जगह पर प्रेशर बढ़ने से होता है. 

- आमतौर पर सोने और चांदी की नथ पहनी जाती है. इन दोनों धातुओं के गुण भी हमारे शरीर को लाभ पहुंचाते हैं. क्योंकि यह लगातार हमारे शरीर के संपर्क में रहती है. 

- शुक्राणुओं की संख्या में बढ़ोतरी: अगर हम नाक व कान छिदवाते हैं तो हमारे शुक्राणु बढ़ जाते हैं. भारत में तो प्राचीन काल से नाक और कान छिदवाने की परंपरा रही है. पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या इसके द्वारा बढ़ जाती है. 

- बीमारियों से लड़ने की मिलती है ताकतः हमारे शरीर के दोनों अंग कान और नाक में प्रेशर पॉइंट एक्यूप्रेशर का अच्छा स्थान होते हैं जो कि हमारे बीमारियों से लड़ने वाले तंत्र को मजबूत करते हैं. इसलिए महिला और पुरुष दोनों को नाक व कान छिदवाना फायदेमंद होता है.

- दिखती है ज्यादा आकर्षकः बता दें कि पुरुषों को नथ पहने हुए महिला बहुत ही आकर्षक और उत्तेजक लगती है. यह बहुत ही कमाल की बात है कि जो महिलाएं खूबसूरत नथ पहनती हैं. वह अपनी और पुरुषों को आकर्षित करती हैं. 

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