NEET UG Paper Leak: मास्टरमाइंड डॉ. शिव पहले भी 2017 में NEET-UG परीक्षा पत्र लीक कांड का अभियुक्त रहा है. इस बारे में पत्रकार नगर थाने में कांड संख्या-224/17 दिनाकं -07.05.2017 दर्ज है. पटना का रहने वाला उसका साथी शुभम मंडल उर्फ शिवम मंडल कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक/फर्जीवाड़ा के कांडों को अंजाम देता रहा है.
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NEET UG Paper Leak केस का मास्टरमाइंड डॉ. शिव कुमार को मध्य प्रदेश के जिला उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था. गिरोह के चार अन्य शातिरों बल्ली उर्फ संदीप कुमार, प्रदीप कुमार, तेज़ प्रकाश और सौम्या कुमारी की भी गिरफ्तारी उज्जैन से हुई थी. इन आरोपियों ने कई महत्वपूर्ण खुलासे किए थे. आरोपियों ने बताया कि कई वर्षों से वे पेपर लीक के धंधे में लगे हैं, जिससे मोटी कमाई हो जाती है. ये लगातार इस टोह में रहते हैं कि किस राज्य के किस प्रिटिंग प्रेस में प्रश्नपत्र छप रहा है एवं प्रश्न पत्रों का ट्रांसपोर्टेशन कैसे किया जाना है. वहां के कर्मचारियों से ये मोटी राशि पर सौदा फिक्स करते हैं और पेपर मिल जाने पर अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले तय स्थानों जैसे होटल, रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल, सेफ हाउस आदि जगहों पर उत्तर याद करवा देते हैं. उसके बाद अपनी गारंटी पर उन्हें सीधे सेंटर तक पहुंचा दिया जाता है.
बताया जा रहा है कि BPSC TRE3 में आरोपियों को पता चल गया था कि प्रश्नपत्र के ट्रांसपोर्टेशन का काम DTDC कोरियर कंपनी करने वाली है. इसके लिए कुछ गाड़ियां एक निजी व्यक्ति श्रीनिवास चौधरी से HIRE होनी थी, इस बात की जानकारी भी आरोपियों को थी. श्रीनिवास चौधरी अक्सर लॉजिस्टिक कंपनियों को गाड़ियां उपलब्ध करता है. इसके बाद आरोपियों ने मोहल्ला मिर्ची, थाना-बाईपास, जिला-पटना स्थित ZENITH LOGISTIC PVT LTD कोरियर कम्पनी के मुंशी राहुल पासवान को बड़े मुनाफे का लालच देकर श्रीनिवास चौधरी को मैनेज करने का काम सौंपा था. 12 मार्च 2024 को राहुल पासवान ने श्रीनिवास चौधरी को साथ मिलाकर पटना से जिला-नवादा में प्रश्नपत्र ले जाने के क्रम में ही पेटी से निकालकर उन्हे स्कैन करने की योजना बना ली.
यहां तक कि प्रश्न पत्र लेकर नवादा जाने वाले ड्राइवर को भी मैनेज कर लिया गया. DTDC पटना से श्रीनिवास चैधरी के वाहनों पर प्रश्न पत्र की पेटियां लोड होने के बाद निकलीं, उसके बाद तय समय पर बुद्धा फैमिली रेस्टोरेंट, नगरनौसा पर ड्राइवर ने खड़ी कर दी. वहां योजना के अनुसार, डॉ. शिव, उसके पिता संजीव मुखिया और गिरोह के कई सदस्य पहले से मौजूद थे. होटल मालिक अवधेश कुमार की जानकारी में प्रश्नपत्र की पेटी को स्पेशलाइज्ड टूल्स के माध्यम से खोलकर प्रश्नपत्र को स्कैन किया गया. पुलिस टीम ने गिरोह के पास से कुछ SPECIALZIED TOOLS भी जब्त किए हैं.
गिरोह को प्रश्नपत्र प्राप्त होते ही विभिन्न माध्यमों से अन्य सदस्यों के पास पहुंचा दिया गया. उसके बाद पहले से तय दस लाख से 12 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थी पैसे लेकर हजारीबाग के कोहिनूर बैंक्वेट हॉल में सैकड़ों अभ्यर्थियों को प्रश्नों के उत्तर याद करवा दिए गए. इस खुलासे के बाद ZENITH LOGISTIC PVT LTD के दो मुंशियों, राहुल पासवान, रमेश पासवान, ZENITH LOGISTIC के ड्राइवर रामभवन पासवान, शिवाकान्त सिंह, DTDC कोरियर कंपनी के VENDOR श्रीनिवास चौधरी, बुद्धा फैमिली रेस्टोरेंट, नगरनौसा के अवधेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया. इन सभी से पूछताछ कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए और पूर्व में भी ऐसे मामलों में शामिल होने के प्रमाण मिले. गिरोह के पास से कुछ पेन ड्राइव भी बरामद हुए हैं, जिनमें LOGISTIC कंपनी के गोपनीय डाटा भी मिले हैं, जिनका विश्लेषण किया गया है.
यह भी पता चला है कि बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 में प्रश्न पत्र के ट्रांसपोर्टिंग का काम DP WORLD कम्पनी को मिला था. DP WORLD ने यह जिम्मेदारी ZENITH LOGISTIC , पटना को दी थी. इस कांड में ZENITH LOGISTIC के ही दो मुंशी क्रमशः राहुल पासवान एवं रमेश पासवान और दो ड्राइवर रामभवन पासवान एवं शिवाकान्त सिंह को गिरफ्तार किया गया है. इसके आधार पर बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में भी महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. यहां यह भी बताना जरूरी है कि बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा 2023 में ZENITH LOGISTIC पटना के गिरफ्तार दोनों मुंशी राहुल पासवान और रमेश पासवान खुद अभ्यर्थी भी थे. उनकी परीक्षा 01.10.2023 एवं 15.11.2023 को होनी थी.
जांच में जिन ट्रांसपोर्ट कंपनियों के नाम सामने आए हैं, उनमें DTDC ZENITH LOGISTIC, DP WORLD के द्वारा तय सुरक्षा मानदंडों का पालन नहीं किया गया है. विभिन्न आयोगों द्वारा संचालित प्रतियोगिता परीक्षाओं के प्रिंटर/ट्रांसपोर्ट कम्पनी/वेयर हाउस/LOGISTIC की जानकरियां गोपनीय होती हैं. गिरोह ने ये सब जानकारी कैसे जुटाई, इस बारे में भी सुराग प्राप्त हुए हैं. इसके आधार पर आगे की जांच की जा रही है. इस बारे में अतिरिक्त जानकारी के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को पत्र लिखा गया है.
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15 मार्च 2024 को आयोजित बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध ईकाई, पटना ने पटना और हजारीबाग (झारखण्ड) में छापेमारी की थी, जिसमें कुल 266 आरोपी पकड़े गए थे. इस मामले में ईओयू ने कांड संख्या -06/2024 दिनाकं -16.03.2024, धारा-40/467/468/471/120(B) IPS एवं 3/10 बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम 1981 व 66 आईटी एक्ट 2000 दर्ज किया था. मास्टरमाइंड डॉ. शिव पहले भी 2017 में NEET-UG परीक्षा पत्र लीक कांड का अभियुक्त रहा है. इस बारे में पत्रकार नगर थाने में कांड संख्या-224/17 दिनाकं -07.05.2017 दर्ज है. पटना का रहने वाला उसका साथी शुभम मंडल उर्फ शिवम मंडल कई महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक/फर्जीवाड़ा के कांडों को अंजाम देता रहा है. इसी साल उत्तरप्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक कांड में भी इन दोनों की संल्प्तिता सामने आई है. इस अंतरराज्यीय गिरोह के तार उत्तर प्रदेश, झारखण्ड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल आदि से जुड़े हुए हैं.