Governor Arif Mohammed Khan and CM Nitish Kumar Meeting:जैसे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला राजभवन की ओर निकला, पटना के पत्रकारों में तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं. कोई मंत्रिमंडल विस्तार से जोड़ने लगा तो कोई कुछ अलग एंगल निकालने लगा. शाम होते होते स्पष्ट हो गया कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री की मुलाकात कुलपतियों की नियुक्ति के सिलसिले में हुई थी.
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बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिलने के लिए गुरुवार सुबह सुबह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन गए थे. राज्यपाल और मुख्यमंत्री की मुलाकात को लेकर तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे. कोई इसे कैबिनेट विस्तार से जोड़ रहा था तो कोई किसी वजह से लेकिन अब इस बात का खुलासा हो गया है कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच मुलाकात की क्या वजह रही. दरअसल, राज्यपाल और मुख्यमंत्री की मुलाकात राज्य के 4 विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति के सिलसिले में हुई थी. ये 4 विश्वविद्यालय हैं पूर्णिया, मुंगेर, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी और पशु विज्ञान विश्वविद्यालय. राज्यपाल ने इन विश्वविद्यालयों में कुलपति की नियुक्ति में मुख्यमंत्री से परामर्श लिया है.
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राज्यपाल की ओर से की गई नियुक्ति के अनुसार, संजय कुमार को मुंगेर यूनिवर्सिटी, इंद्रजीत सिंह को बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, रविंद्र कुमार को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी और विवेकानंद सिंह को पूर्णिया यूनिवर्सिटी का वीसी यानी कुलपति नियुक्त किया गया है.
राजभवन के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोंगथू ने इस नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है. इन कुलपतियों का कार्यकाल 3 साल का होगा. इन कुलपतियों में से प्रो. संजय कुमार नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में उपकुलपति थे तो प्रो. विवेकानंद सिंह एनआईटी में उपकुलपति थे. प्रोफेसर रविंद्र कुमार बिहार यूनिवर्सिटी, मुजफ्फरपुर में उपकुलपति रह चुके हैं और अभी वे पटना यूनिवर्सिटी के दर्शनशासत्र विभाग के अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे.
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राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान 2 जनवरी को 42वें गवर्नर बने हैं. शपथ ग्रहण के बाद गुरुवार, 9 जनवरी को मुख्यमंत्री सुबह सुबह राजभवन गए थे. शुरुआत में मुलाकात की वजह सामने नहीं आई थी. शाम होते होते यह स्पष्ट हो गया कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री की मुलाकात की क्या वजह थी.