Bihar News: चंदन के बिहार अंडर-19 टीम में चयन होने से पहले उन्हें कई कठिन चरणों से गुजरना पड़ा. पहले उन्होंने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर सफलता प्राप्त की, फिर जोनल लेवल पर और अंत में स्टेट कैंप में अपनी जगह पक्की की. इन सभी परीक्षाओं में सफल होने के बाद ही उनका चयन बिहार अंडर-19 टीम में हुआ. चंदन ने अपने सफर में काफी संघर्षों का सामना किया है, लेकिन उन्हें अपने पिता और बड़े भाई का पूरा समर्थन मिला है.
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पटना: बिहार के आरा जिले के बबुरा गांव के 18 वर्षीय क्रिकेटर चंदन कुमार ने अपने शानदार प्रदर्शन से भोजपुर जिले का नाम रोशन किया है. हाल ही में उनका चयन बिहार अंडर-19 टीम के वनडे टूर्नामेंट के लिए हुआ है, जिसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. चंदन कुमार के चयन से भोजपुर जिले के क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों में नई उम्मीद जाग गई है. चंदन एक लेफ्ट हैंड बैट्समैन हैं और ओपनिंग करते हैं. उनकी प्रतिभा और मेहनत को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि वे आने वाले समय में बिहार टीम, आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी खेल सकते हैं.
बता दें कि चंदन के बिहार अंडर-19 टीम में चयन होने से पहले उन्हें कई कठिन चरणों से गुजरना पड़ा. पहले उन्होंने डिस्ट्रिक्ट लेवल पर सफलता प्राप्त की, फिर जोनल लेवल पर और अंत में स्टेट कैंप में अपनी जगह पक्की की. इन सभी परीक्षाओं में सफल होने के बाद ही उनका चयन बिहार अंडर-19 टीम में हुआ. चंदन ने अपने सफर में काफी संघर्षों का सामना किया है, लेकिन उन्हें अपने पिता और बड़े भाई का पूरा समर्थन मिला है. उनके पिता शिक्षक हैं और उनके बड़े भाई ने भी उन्हें हर कदम पर समर्थन दिया है. इसके अलावा जिला टीम के मैनेजर देव का भी उन्हें भरपूर सहयोग मिला है, जिसकी वजह से वे आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं.
साथ ही बता दें कि चंदन का चयन होने के बाद वनडे मुकाबला चंडीगढ़ में हुआ, जबकि चार दिवसीय मुकाबला पटना में हुआ. इन मुकाबलों में उनके प्रदर्शन की वजह से उनके आगे के रास्ते खुल गए हैं. चंदन ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि क्रिकेट में प्रतियोगिता बहुत कठिन होती है और हर टीम में जगह बनाने के लिए सैकड़ों लड़कों को पीछे छोड़ना पड़ता है. उनके इस सफर में काफी संघर्ष रहा है, लेकिन उनके परिवार और जिला टीम के सहयोग से वे इस मुकाम तक पहुंच पाए हैं.
चंदन के चयन से उन्हें मैच फीस के रूप में 3 से 4 लाख की कमाई भी हुई है, जिससे उनका आत्मविश्वास और भी बढ़ गया है. चंदन ने यह भी कहा कि क्रिकेट में सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और परिवार का समर्थन बहुत जरूरी होता है. उन्होंने अपने संघर्ष और मेहनत से साबित कर दिया है कि छोटे गांवों से भी बड़े खिलाड़ी निकल सकते हैं. चंदन के इस सफर से भोजपुर के हजारों युवाओं को प्रेरणा मिली है और उनकी उम्मीदें भी जिंदा हुई हैं.
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