जब भाई की जान बचाने के लिए नदी में मगरमच्छ से लड़ गया किशोर, बहादुरी का किस्सा सुन रोंगटे खड़े हो जाएंगे
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जब भाई की जान बचाने के लिए नदी में मगरमच्छ से लड़ गया किशोर, बहादुरी का किस्सा सुन रोंगटे खड़े हो जाएंगे

बेतिया से एक ऐसी बहादुर बच्चे की कहानी सामने आ रही है जिसे सुनकर आपका भी मन उसकी तारीफ करने से नहीं थकेगा. दरअसल कहानी एक बहादुर और साहसी बच्चे कि है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले सम्मानित किया था अब उसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से भी सम्मानित किया गया है.

(फाइल फोटो)

बेतिया : बेतिया से एक ऐसी बहादुर बच्चे की कहानी सामने आ रही है जिसे सुनकर आपका भी मन उसकी तारीफ करने से नहीं थकेगा. दरअसल कहानी एक बहादुर और साहसी बच्चे कि है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले सम्मानित किया था अब उसे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से भी सम्मानित किया गया है. इस बहादुर बच्चे की बहादुरी की कहानी सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. इसने अपने भाई को मौत के मुंह से बाहर लाया, वह भी नदी के अंदर मगरमच्छ से लड़कर. बच्चे की इसी बहादुरी को पूरा देश सलाम कर रहा है. 

बेतिया के योगापट्टी का रहनेवाला बहादुर साहसी बच्चा धीरज कुमार को जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सम्मानित किया है. साहसी धीरज को यह सम्मान मगरमच्छ के मुंह से अपने भाई की जान बचाने के लिए दिया गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धीरज को प्रशस्ति पत्र, लैपटॉप, घड़ी, टैब, बैग और मैडल के साथ कपड़े देकर सम्मानित किया है. 

बता दें कि 1 सितंबर 2020 को धीरज का छोटा भाई नीरज गंड़क नदी में मवेशी को नहला रहा था. तभी मगरमच्छ ने नीरज को अपने मुंह में जकड़ लिया. यह देख धीरज ने नदी में छलांग लगा दी और मगरमच्छ से लड़ाई कर अपने भाई की जान बचा ली. वह अपने भाई की जान बचाने के लिए मौत से लड़ता रहा और आखिर मगरमच्छ को उसने मात देकर भाई को उसके चंगुल से छुड़ा लिया. इस दौरान दोनों भाई गंभीर रूप से घायल हो गए थे. स्थानीय लोगो ने दोनों अस्पताल पहुंचाया जहां उनका इलाज कराया गया.

धीरज की इस बहादुरी की चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंची. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 24 जनवरी 2022 को ऑनलाइन धीरज से बात कर उसे उसकी इस बहादुरी के लिए सम्मानित किया. बिहार दिवस के अवसर पर इस बच्चे को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सम्मानित किया है. क्षेत्र में धीरज के समझदारी और बहादुरी के चर्चे हो रहें है. 

योगापट्टी प्रखंड के चौमुखा गांव का धीरज अपने बहादुरी का परचम राज्य से लेकर देश तक लहरा चुका है. प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक धीरज की बहादुरी के कायल हो गए हैं. धीरज को सम्मान पर सम्मान मिल रहा है. धीरज के छोटे भाई नीरज ने बताया कि जब मगरमच्छ ने उसका पैर पकड़ लिया था तो उसके बड़े भाई धीरज एक डंडा लेकर नदी में कूद गए और लड़ाई करते-करते दोनों भाई घायल हो गए लेकिन धीरज ने हिम्मत नहीं हारा. मगरमच्छ को हरा उसके मुंह से मेरा पैर बाहर निकाल दिया. वहीं धीरज बताता है कि उसे प्रधानमत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों ने सम्मानित किया है. उसके लिए धन्यवाद. धीरज और नीरज की मां बताती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक लाख रुपया बतौर सम्मान दिया था तो वहीं मुख्यमंत् नीतीश कपमार ने भी सम्मानित किया है. इसके लिए दोनों का धन्यवाद.

(Report- Dhananjay Dwivedi)

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