लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से पाला बदलते हुए एनडीए के साथ खड़े हो गए हैं. नीतीश के साथ आने से बीजेपी को अपना क्लीन स्वीप वाला लक्ष्य आसान होता दिख रहा है.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से पाला बदलते हुए एनडीए के साथ खड़े हो गए हैं. नीतीश के साथ आने से बीजेपी को अपना क्लीन स्वीप वाला लक्ष्य आसान होता दिख रहा है. जेडीयू के साथ एनडीए की ताकत का अंदाजा लगाने के लिए पिछले परिणाम पर भी नजर डालनी जरूरी है. पिछले चुनाव में एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इस प्रचंड जीत की खास बात ये भी है कि एनडीए के 39 सांसदों में से 25 सांसद की जीत का अंतर 2 लाख से ज्यादा था. तो वहीं एनडीए के 5 सांसद ऐसे भी हैं जिनको अपने प्रतिद्वंदी से कड़ी टक्कर मिली थी. मुख्यमंत्री के होम टाउन की नालंदा सीट से जीते जेडीयू सांसद कौशलेंद्र कुमार का नाम किस लिस्ट में है, ये जानना बहुत जरूरी है.
नालंदा में जेडीयू प्रत्याशी का रिजल्ट जानने से पहले इस सीट के सामाजिक समीकरण को समझना बेहद जरूरी है. नालंदा लोकसभा के अंतर्गत कुल सात विधानसभा क्षेत्र है जिनमें अस्थावां, बिहारशरीफ, राजगीर सुरक्षित, इस्लामपुर, हिलसा, नालंदा और हरनौत शामिल है. वोटरों की संख्या की बात की जाये तो नालंदा लोकसभा में कुल 22 लाख 72 हजार 519 मतदाता है जिसमें 11 लाख 87 हजार 876 पुरूष, 10 लाख 84 हजार 572 महिला मतदाता है जबकि 71 थर्ड जंडर के मतदाता भी शामिल है. नालंदा सीट पर जातीय समीकरण की बात की जाए तो इसे कुर्मी बाहुल्य सीट बोला जाता है. कुर्मी जाति के सर्वाधिक वोटर हैं. उसके बाद यादव और फिर मुस्लिम आबादी आती है.
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इस सीट के मुख्य मुद्दे
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद नालंदा में काफी तेजी से विकास हुआ है. राजगीर अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल को नया आयाम दिया गया. यहां जू सफारी और नेचर सफारी ग्लास ब्रिज का निर्माण एवं रोप वे का आधुनिकीकरण होने से देशी विदेशी पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. हालांकि जिले में अभी भी कानून व्यवस्था पानी की किल्लत, साफ-सफाई, सडकों पर जाम की समस्या विकराल रूप बनी हुई है. बिहारशरीफ नगर निगम को स्मार्ट सिटी का दर्जा तो दिया गया है, लेकिन अब तक स्मार्ट नहीं बन सका. शहर की स्थिति काफी खराब है. विकास के नाम पर हर गली हर चौक चौराहा में खुदाई कर दी गई है, जिससे उड़ने वाली धूल से आम जनता बीमार हो रही है.
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पिछले चुनाव का परिणाम
नालंदा में परंपरागत रूप से जदयू का दबदबा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र होने के कारण यहां की सीट जदयू के खाते में जाती है. चुनाव में लगातार जदयू प्रत्याशी आसानी से जीत दर्ज करते है. नालंदा सीट से कौशलेंद्र कुमार जनता दल यूनाइटेड से चुनाव मैदान में थे. उन्हें 5,40,888 यानी 52.45 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. उन्होंने हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के अशोक कुमार आजाद को 2,84,751 यानी 27.61 प्रतिशत वोट हासिल हुए थे. इस तरह से कौशलेंद्र कुमार ने अशोक कुमार को 2,56,137 वोटों के अंतर से परास्त किया था.