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देवघर : देवघर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन 2 वर्ष बाद हो रहा है. कोरोना की वजह से 2 साल तक इस मेले का आयोजन नहीं किया गया. इस बार देवघर जिला प्रशासन के अनुमान की मानें तो श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होगा और इसमें सबसे ज्यादा क्रेज शीघ्र दर्शनम का होगा. इस बार से शीघ्र दर्शनम को लेकर भी काफी भीड़ उमड़ने की संभावना है. ऐसे में जिला प्रशासन ने स्मार्ट कार्ड सिस्टम एंट्री के लिए लागू करने की योजना बनाई है.
आइए जानते हैं क्या है सिस्टम और क्या मिलेगा लाभ
बाबाधाम अगर आप आते हैं और आप बाबा भोलेनाथ के दर्शन और पूजन कम समय में करना चाहते हैं तो आपके लिए देवघर जिला प्रशासन की ओर से बाबा मंदिर में शीघ्र दर्शनम की व्यवस्था रहती है. जिसमें श्रद्धालु बिना कतार में लगे शुल्क अदाकर भोलेनाथ के दर्शन कर सकते हैं. इस सिस्टम को लेकर भी लोगों में काफी उत्साह रहता है और भीड़ काफी बढ़ जाती है. श्रावणी मेले में यहां भीड़ अत्यधिक हो जाती है ऐसे में देवघर एसडीओ अभिजीत सिन्हा का कहना है कि देवघर बाबा मंदिर शीघ्र दर्शनम की नई व्यवस्था लागू की जा रही है.
3 सेकंड में 8 दर्शनार्थी कर सकेंगे दर्शन
जिसमें मंदिर के प्रशासनिक भवन में 8 एंट्री प्वाइंट बनाया जाएगा. जिसमें एक स्मार्ट कार्ड श्रद्धालुओं को बारकोड युक्त की जाएगी और इसमें कार्ड को पंच कर श्रद्धालु शीघ्र दर्शनम का लाभ उठाते हुए कुछ मिनटों में लेकिन फुट ओवर ब्रिज होते हुए गर्भ गृह में प्रवेश कर सकते हैं. देवघर एनजीओ की मानें तो 3 सेकंड में एक श्रद्धालु की एंट्री इस सिस्टम के माध्यम से की जा सकती है. ऐसे में 8 सिस्टम लगे हैं कुल मिलाकर 3 सेकंड में 8 श्रद्धालुओं की इंटरव्यू जिसमें संभव है. हालांकि अभी तक जिला प्रशासन 1 दिन में कितने भक्तों को इस सिस्टम से दर्शन की व्यवस्था देगी यह तय नहीं किया गया है.
शुरू हो गया है ट्रायल
देवघर बाबा मंदिर लगातार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ रही है 2 साल के बाद श्रावणी मेला का आयोजन हो रहा है. ऐसे में इस बार श्रद्धालुओं की संख्या अन्य दिनों में एक लाख और सोमवार मंगलवार को 2 लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है. ऐसे में प्रतिदिन एक अनुमान लगाया जा रहा है कि शीघ्र दर्शनम के माध्यम से 10 हजार श्रद्धालु को दर्शन की व्यवस्था दी जाएगी. मंदिर व्यवस्था के समन्वय समिति के सदस्य सूरज झा का कहना है कि यह सिस्टम पूरी तरह से मंदिर में लगा दिया गया है. इंटरनल ट्रायल लगातार किए जा रहे हैं. अगले हफ्ते श्रद्धालुओं के साथ इसका ट्रायल किया जाएगा और उसके बाद ही यह तय होगा कि कितने संख्या में श्रद्धालुओं को एंट्री दी जा सकेगी और इसका शुल्क क्या होगा.
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