Bihar Government School: 14 साल से झोपड़ी के नीचे संचालित हो रही ये सरकारी स्कूल, अब तक नहीं मिला अपना भवन
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2538948

Bihar Government School: 14 साल से झोपड़ी के नीचे संचालित हो रही ये सरकारी स्कूल, अब तक नहीं मिला अपना भवन

Jamui News: बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के नवीन प्राथमिक विद्यालय पीरहिंडा रोड पर को पिछले 14 वर्षों से अपना भवन नहीं मिला है. किसी तरह ग्रामीणों के सहयोग से मिट्टी के गिलावा पर बनाई गई दीवार और एस्बेस्टस छत के नीचे स्कूल संचालित हो रहा है. स्कूल के चारों तरफ झाड़ी है, कई बार तो स्कूल में सांप आ जाता है. 

 

14 साल से झोपड़ी के नीचे संचालित हो रही ये सरकारी स्कूल, अब तक नहीं मिला अपना भवन

Jamui Government School News: बिहार सरकार शिक्षा में सुधार को लेकर बिल्डिंग निर्माण से लेकर शौचालय और स्कूल परिसर के बाउंड्री वॉल रंग रोगन से लेकर कई तरह की योजनाएं लगातार चला रही है. इसके बावजूद जमुई में इसका असर होते नहीं दिख रहा है. दरअसल हम बात कर रहे हैं जमुई जिले के सिकंदरा प्रखंड के नवीन प्राथमिक विद्यालय पीरहिंडा रोड पर की जो कि पिछले 14 वर्षों से अपने भवन के लिए शिक्षा विभाग की वाट जोह रहा है. मानो की एस्बेस्टस छत के नीचे चल रहे विद्यालय शिक्षा विभाग के ऊपर मुंह चिढ़ा रहा और अपनी हालात बयां कर रहा है. दरअसल नवीन प्राथमिक विद्यालय पीरहिंडा रोड पर साल 2010 में अपने अस्तित्व में आया था और 2024 खत्म होने को है, आज तक इस विद्यालय को अपना भवन नसीब नहीं हुआ है. स्कूल अभी भी ग्रामीणों के द्वारा बनाए गए एस्बेस्टस छत के नीचे संचालित किया जा रहा है. 

ये भी पढ़ें: Jharkhand Weather: चक्रवाती तूफान फेंगल से कई जिलों में बारिश का अलर्ट, सर्दी में तिब्बती कपड़ों की भारी डिमांड

कई बार स्कूल में आ जाता है सांप 
वहीं, स्कूल में तीन शिक्षिका और 65 बच्चे का नामांकन है. मध्यान भोजन भी एस्बेस्टस छत के एक झोपड़ी में संचालित किया जाता है. जिसमें पढ़ाई करने वाले बच्चे, शिक्षिका, रसोइया सहित सभी लोगों की सांस अटकी रहती है कि कब कोई अनहोनी न हो जाए. स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों ने कहा कि चारों तरफ झाड़ी है, कई बार तो स्कूल में सांप आ जाता है. पढ़ाई से लेकर महज एक शौचालय तक की समस्या इस विद्यालय में बरकरार है. 

आज तक स्कूल को नहीं मिला अपना भवन 
वहीं, शिक्षिका अर्चना कुमारी ने जी मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने लगातार कई बार यह जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी. कई बार पेपर मांगा गया, जमीन की कागजात मांगी गई. हम लोगों ने सब कुछ मुहैया कराया लेकिन आज तक स्कूल को भवन नहीं मिला है. 

एस्बेस्टस छत के नीचे संचालित हो रहा स्कूल
हम लोग किसी तरह से ग्रामीणों के सहयोग से मिट्टी के गिलावा पर बनाई गई दीवार और एस्बेस्टस छत के नीचे स्कूल संचालित कर रहे हैं. वहीं, मजे की बात तो यह है कि स्कूल का अपना भवन नहीं है. फिर भी कमीशन खोरी ऐसी की बेंच-डेस्क स्कूल को दे दिया गया है. जबकि स्कूल में बच्चों के पढ़ाई के लिए बेंच डेस्क लगाने का कोई जगह ही नहीं है. 

ये भी पढ़ें: Bihar Weather: लगातार तापमान में गिरावट, घने कोहरे के साथ ठंड का IMD अलर्ट, हाजीपुर का AQI 300 पार

बहुत जल्द स्कूल को मिलेगा अपना भवन 
अब इस हाल में रसोईया के घर में बेंच डेस्क को लगा दिया गया है, जो कि शयनकक्ष के रूप में काम आ रहा है. वहीं, पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि नवीन प्राथमिक विद्यालय पीरहिंडा रोड पर का अपना भवन नहीं है. उसके लिए अपना भवन बनाया जाएगा, भवन निर्माण के लिए टेंडर की प्रक्रिया में जा चुकी है. बहुत जल्द स्कूल को अपना भवन मिल जाएगा.

इनपुट - अभिषेक निरला

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

 

Trending news