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साहिबगंज: यदि आपको पता चले कि आज भी ऐसी पंचायत है जहां उसकी अवहेलना करने वाले के खिलाफ फतवा जारी होता है और पीड़ित परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया जाता है. तो आप कैसा महसूस करेंगे. ऐसा ही एक मामला झारखंड के साहिबगंज से सामने आया जहां पंचायत के तुगलकी फरमान ने एक पूरे परिवार को समाज से अलग कर दिया. इतना ही नहीं उनका राशन पानी बंद करने का फरमान सुनाया गया.
पंचायत के इस फरमान की अवहेलना करते जो भी पाए जाएंगे उन्हें 10 हजार रुपए जुर्माना और 15 लाठी मारे जाने का भी आदेश दिया गया. जिसके बाद पीड़ित परिवार से समाज का कोई भी व्यक्ति ताल्लुक नहीं रखना चाह रहा है. यह मामला जिरवाबाड़ी ओपी थाना क्षेत्र के मदनशाही पंचायत के छोटी पंगड़ का है. जहां रहने वाली सनेजा खातून पति अंसारुल अंसारी के परिवार को यह सजा मदनशाही पंचायत के द्वारा सुनाई गई.
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इस तुगलकी फरमान के बाद सनेजा खातून ने मजबूर होकर इसकी शिकायत साहिबगंज उपायुक्त से की, जिसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ. हालांकि प्रशासन के द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद पीड़ित परिवार को राहत मिली है. मामला यह है कि 5 जुलाई को सनेजा खातून और शमशेर अंसारी के बीच जमीन विवाद को लेकर समाज के ठेकेदारों ने एक पंचायत बुलाई. जिसमें अपनी कागजात दुरुस्त होने और उनके कागजात के साथ हेर फेर के डर से पंचायत में नहीं पहुंचे. यह बात पंचायत को नागवार गुजरा और पंचायत ने पीड़ित परिवार का नाम पंचायत रजिस्टर से काटने का ऐलान कर दिया. जिसकी सूचना पंचायत के पियादा द्वारा पूरे गांव में दिया गया. जिसके बाद समाज के लोगों ने पीड़ित परिवार से ताल्लुक समाप्त कर दिया. प्रशासन की ओर से सदर एसडीओ राहुल आनंद , बीडीओ टुडू दिलीप, थाना प्रभारी चिरंजीत प्रसाद सहित कई लोग पंचायत में पहुंचकर लोगों से बात की और तब जाके पीड़ित परिवार को राहत मिली. हालांकि एसडीओ इस मामले को जमीन विवाद से ज्यादा कुछ नहीं बता रहे हैं.
Pankaj Verma