बेगूसराय के लोगों को मिला तोहफा, सालों से बंद पड़े बरौनी खाद कारखाना में यूरिया का ट्रायल शुरू
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बेगूसराय के लोगों को मिला तोहफा, सालों से बंद पड़े बरौनी खाद कारखाना में यूरिया का ट्रायल शुरू

बेगूसराय जिले के बरौनी खाद कारखाना में यूरिया उत्पादन का ट्रायल शुरू हो गया है. जिसको लेकर लोगों में खुशी देखी जा सकती है. यह कारखाना बीते काफी सालों से बंद पड़ा था. बरौनी फर्टिलाइजर कारखाने का निर्माण 8387 करोड़ की लागत से किया गया है.

(फाइल फोटो)

Begusarai: बिहार के बेगूसराय जिले के बरौनी खाद कारखाना में यूरिया उत्पादन का ट्रायल शुरू हो गया है. जिसको लेकर लोगों में खुशी देखी जा सकती है. यह कारखाना बीते काफी सालों से बंद पड़ा था. बरौनी फर्टिलाइजर कारखाने का निर्माण 8387 करोड़ की लागत से किया गया है. जिसमें 3850 टन प्रतिदिन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन किया जाएगा.

2017 में प्रधानमंत्री ने किया था शिलान्यास
बरौनी फर्टिलाइजर कारखाने के ट्रायल के शुरू होने के बाद से लोगों में खुशी की लहर दिखाई दे रही है. यहां पर यूरिया का निर्माण शुरू हो चुका है और बोरे में पैकिंग की जा रही है. इससे पहले यह कारखाना नेफ्ता के उत्पाद के कारण घाटे में चल रहा था. जिसके बाद यह कारखाना प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई के द्वारा बंद करवा दिया गया था. हालांकि साल 2017 में वापस से इस कारखाने को शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदेश दिया था. उसी दौरान इसका शिलान्यास किया गया था. इस कारखाने के निर्माण के बाद से नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन शुरू हो गया है. ट्रायल शुरू होने से लोगों में काफी खुशी है कि जल्द ही बरौनी खाद कारखाना से बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ , झारखंड और बंगाल के किसानों को नीम कोटेड यूरिया आसानी से और प्रचुर मात्रा में मिल सकेगा. 

बेगूसराय के लोगों को मिलेगा रोजगार
हालांकि अभी कारखाने का उद्घाटन नियम अनुसार अभी नहीं किया गया है. वहीं, उत्पादन शुरू होते ही कारखाने के अधिकारी ,कर्मचारी के साथ-साथ आम लोगों में काफी खुशी देखने को मिली है. बेगूसराय के सांसद सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर ने कहा कि यहां के लोगों के लिए काफी खुशी का समय है. क्योंकि सालों से बंद पड़े कारखाना से यूरिया उत्पादन की शुरुआत हो गई है. वहीं, जदयू के जिला अध्यक्ष सह पूर्व विधान पार्षद रुदल राय ने कहा कि नेफ्ता की वजह से यह कारखाना घाटे में चल रहा था. जिसके कारण इसे बंद करना पड़ा था. उन्होंने आगे कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गैस आधारित कारखाना चालू करने की मांग की थी.  जिसके बाद अब इस कारखाना से यूरिया का उत्पादन शुरू हुआ है. जिससे किसानों को काफी फायदा होगा. कारखाना चालू होने से बेगूसराय के लोगों को रोजगार भी मिलेगा. 

(रिपोर्टर-राजीव कुमार)

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