Darbhanga News: कमला नदी के बिना सुखद मिथिलांचल की कल्पना भी नहीं की जा सकती है.
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Darbhanga: कमला नदी को मिथिलांचल का प्राण माना जाता है. इस नदी का कलकल बहता स्वच्छ जल इलाके के लोगों को मस्त अंदाज में जीवन जीने का संदेश देता है. इस नदी के बिना सुखद मिथिलांचल की कल्पना भी नहीं की जा सकती है लेकिन इसी कमला नदी का काला जल आज लोगों की मुश्किलों का सबब बन चुका है.
दरअसल, दरभंगा जिले के कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड से होकर बहने वाली कमला नदी का पानी इनदिनों काला हो गया है. सिर्फ पानी का रंग ही नहीं, इससे उठने वाली दुर्गंध ने भी लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. नदी के किनारे बसे भरडीहा, पकदोलिया, पछियारीरही, केवटगामा महिसौथ, सलमगढ़, सिसौना, परमानंदपुर और जिरौना समेत कई गांव के लिए इनदिनों परेशानी का सामना कर रहे हैं.
इलाके की बड़ी आबादी पर असर
पानी के काला पड़ने और इससे उठने वाली दुर्गंध से कुशेश्वरस्थान इलाके की बड़ी आबादी प्रभावित हुई है. यहां के लोगों की सिंचाई का बड़ा साधन कमला नदी का पानी ही है. इतना ही नहीं पालतू पशुओं के पीने और उन्हें नहलाने के लिए भी इसी पानी का इस्तेमाल होता है.
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हालांकि, पानी के रंग और दुर्गंध ने इनदिनों किसानों और पशुपालकों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, इस इलाके में नदी का पानी दूषित हो गया है. इससे लोग न सिर्फ फसलों की सिंचाई से बच रहे हैं बल्कि उन्हें नदी में उतारने से भी हिचक रहे हैं. उनके मन में ये डर है कि इस पानी के इस्तेमाल से पशुओं की तबियत बिगड़ सकती है फसलें खराब हो सकती हैं.
कमला के पानी के काला होने की वजह
कमला नदी की धारा पड़ोसी देश नेपाल से निकलकर कुश्वेश्वरस्थान होकर समस्तीपुर में गंगा में जाकर मिल जाती है. इस समय ऐसा लग रहा है कि नदी के जल में किसी रसायन का इस्तेमाल करने या फिर बाढ़ के पानी में बड़ी मात्रा में मक्का और मूंग के सड़ जाने से नदी के पानी का रंग काला पड़ गया है और इससे दुर्गंध भी उठ रही है.
गांव वालों का कहना है कि इस दुर्गंध के चलते उनके सामने खाने-पीने की समस्या भी खड़ी हो गयी है.
गंदे पानी से बीमारियों के फैलने का खतरा
कमला नदी के काली पाने और उससे उठती दुर्गंध ने इलाके के लोगों को इस बात के प्रति चिंतित कर दिया है कि कहीं इलाके में बीमारी न फैल जाए.
लोग जिला प्रशासन से इस समस्या का जल्दी से जल्दी समाधान करने का अनुरोध कर रहे हैं कि ताकि नदी का पानी साफ हो सके और फिर से इसका इस्तेमाल सिंचाई के साथ-साथ पशुओं को नहलाने और पानी पिलाने के लिए किया जा सके.
कमला नदी के पानी के काला हो जाने की खबर के बाद कुशेश्वर स्थान पूर्वी प्रखंड के बीडीओ अशोक कुमार जिज्ञासु ने कहा है कि वरीय अधिकारियों तक जानकारी पहुंचा दी गयी है. यह जांच का विषय है कि आखिर पानी अचानक कैसे प्रदूषित होकर काला पड़ गया है.