Jharkhand Suspended Chief Engineer Virendra Ram: मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम की फरार पत्नी राज कुमारी(48) एवं उनके पिता गेंदा राम(84) की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है.
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रांचीः Jharkhand Suspended Chief Engineer Virendra Ram: मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में बंद ग्रामीण विकास विभाग के निलंबित चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम की फरार पत्नी राज कुमारी(48) एवं उनके पिता गेंदा राम(84) की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है. निचली अदालत से लेकर हाईकोर्ट से अग्रिम राहत नहीं मिलने के बाद दोनों के साथ वीरेंद्र राम का सीए मुकेश मित्तल और एक सहयोगी पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. ईडी इसके लिए लगातार प्रयासरत है.
ईडी कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट प्राप्त करने के बाद जब चारों पकड़ में नहीं आए तो अब ईडी ने चारों के खिलाफ कोर्ट से इश्तेहार प्राप्त कर लिया है. जल्द ही चारों के ठिकानों पर इश्तेहार चिपकाया जाएगा. जब इसके बाद भी उनकी गिरफ्तारी या सरेंडर नहीं करते हैं तो आगे की न्यायिक प्रक्रिया के तहत कुर्की जब्ती की जा सकती है. चारों आरोपियों के कारण वीरेंद्र राम से जुड़े केस न्यायिक प्रक्रिया के एक ही स्तर पर लगभग 11 माह से लंबित चल रही है.
ईडी ने वीरेंद्र राम को 22 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था. तब से वह जेल में है. ईडी ने 21 अप्रैल 2023 को मामले में चार्जशीट दाखिल की थी. जिसमें वीरेंद्र राम की पत्नी, पिता, सीए समेत अन्य के नाम शामिल है. इसी के बाद सभी की मुश्किलें बढ़ी हुई है.
क्या है आरोप
वीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी के नाम नई दिल्ली के साकेत और डिफेंस कॉलोनी में अचल संपत्ति है. इस संपत्ति की खरीदारी वीरेंद्र राम के द्वारा किए गए प्रोसिड्स ऑफ क्राइम से की गई है. राज कुमारी ने जानबूझकर अपने पति द्वारा अर्जित अपराध की आय को सीधे तौर पर छिपाने की कोशिश की और कमीशन से वसूली गई रकम से संपत्ति खरीदी.
वीरेंद्र राम के पिता गेंदा राम ने जानबूझकर अपने बेटे के कमीशन या रिश्वत की रकम से नई दिल्ली में 22.50 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति अपने नाम पर खरीदने में मदद की. इसके अलावा गेंदा राम के बैंक खाते में 4.52 करोड़ रुपए का भारी क्रेडिट दर्शाया गया है. जो प्रोसेस ऑफ क्राइम है.
मुकेश मित्तल पर वीरेंद्र राम की काली कमाई का लगभग 14 करोड़ रुपए सफेद करने का आरोप है. इसके एवज में उसे मोटी रकम कमीशन के रूप में मिली थी. इसके लिए उसने अपने कर्मचारियों के बैंक खातों का इस्तेमाल किया था. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज की प्राथमिकी में आरोपियों पर फर्जी केवाईसी पर बैंक खाता खोलकर वीरेंद्र राम की काले धन की लॉन्ड्रिंग का आरोप है.
इनपुट- आयुष कुमार सिंह, रांची
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