Katihar: बिहार के कटिहार में डिलिवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई. परिजनों ने नर्सिंग होम संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर परिसर में जमकर हंगामा किया. गुस्साएं परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों की जमकर पिटाई की. घटना के दौरान पुलिस मौके पर मौजूद थी, उसके बाद भी पुलिस इस तमाशे को देखती रही.
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Katihar: बिहार के कटिहार में डिलिवरी के दौरान एक नवजात की मौत हो गई. परिजनों ने नर्सिंग होम संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर परिसर में जमकर हंगामा किया. गुस्साएं परिजनों ने स्वास्थ्यकर्मियों की जमकर पिटाई की. इसमें नर्सिंग होम के कई लोगों को गंभीर चोट भी आई है. घटना के दौरान पुलिस मौके पर मौजूद थी, उसके बाद भी पुलिस इस तमाशे को देखती रही.
घटना का क्या है पूरा मामला
कटिहार नगर थाना क्षेत्र के कालीबाड़ी रोड पर स्थित डॉ लक्ष्मी सेन क्लीनिक का है. यहां पर बरमसिया इमरजेंसी कॉलोनी से मरीज स्वेता कुमारी को उनके पति विशाल के द्वारा डॉ लक्ष्मी सेन क्लीनिक में भर्ती कराया गया था. जहां पर इलाज के नाम पर 50 हजार रुपये परिजनों से लिए गए थे. लेकिन परिजनों का आरोप है कि इलाज के दैरान लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हो गई. इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने पूरे क्लीनिक में जमकर बवाल काट दिया. साथ ही डॉक्टरों और क्लीनिक में काम करने वाले अन्य कर्मचारियों के साथ मार पीट भी की. जानकारी के लिए बता दें कि इस घटना के दौरान नगर थाना पुलिस भी मौजूद थी जो इस पूरे तमाशे को मुकदर्शक बन कर देखती रही और परिजनों द्वारा क्लीनिक में तोड़फोड़ और हंगामा होता रहा, लेकिन किसी ने भी बीचबचाव करना जरूरी नहीं समझा.
डिलीवरी में लापरवाही के दौरान नवजात की मौत
पीड़ित विशाल कुमार ने बताया कि उनकी पत्नी जब से प्रेगनेंट थी तभी से वह डॉ लक्ष्मी सेन से इलाज करवा रहे थे. साथ ही कहा कि आज पत्नी की डिलीवरी का समय हो गया था और उसने डॉ लक्ष्मी सेन क्लीनिक में भर्ती कराया था. क्लीनिक में इलाज के दौरान लापरवाही बरतने के कारण नवजात की मौत हो गई. इस दौरान परिजन बाहर इंतजार करते रहे. कई बार पूछने पर डॉक्टरों ने घटना की जानकारी दी. जिसके बाद परिजन खुद ऑपरेशन थिएटर पहुंच गए. जहां परिजनों ने नवजात को मृत पाया.
घटना के बाद परिजनों ने किया हंगामा
घटना की पूरी जानकारी होने पर परिजनों ने नर्सिंग होम में जमकर हंगामा शुरू कर दिया. साथ ही जो भी उन्हें शांत होने को कहता परिजन उन्हें भी मारने पीटने लगते. घटना के बारे में लोगों का कहना है कि इस पूरे मामले की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी गई थी. इसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन हंगामा और मारपीट देखकर पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बनी रही. पुलिस की ओर से किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई.
क्या कहती है नर्सिंग होम की संचालक
डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि गर्भवती महिला उन्हीं के यहां से काफी समय से इलाज करवा रही थी, लेकिन पिछले कई महीनों से उन्होंने कोई जांच नहीं करवाई थी. गुरुवार सुबह मरीज को उनके क्लीनिक में एडमिट करवा दिया गया. उन्होंने बताया कि बच्चा पेट में उलट गया है और महिला के पेट में ही नवजात की मौत हो गई. जिसके बाद परिजनों ने क्लीनिक में तोड़फोड़ शुरू कर दी.
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