देश में लिंग अनुपात पर सामने आया डराने वाला डाटा, एक्सपर्ट बोले- भ्रूण हत्या बंद नहीं हुई तो..
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1249033

देश में लिंग अनुपात पर सामने आया डराने वाला डाटा, एक्सपर्ट बोले- भ्रूण हत्या बंद नहीं हुई तो..

Kaimur: देश में कन्या भ्रूण हत्या के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. जिसको लेकर आई एम ए कैमूर के प्रेसिडेंट डॉक्टर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भ्रुण हत्या देश में बंद होनी चाहिए, नहीं तो लड़कियों की संख्या 10 के अनुपात में दो रह जाएगी.

(फाइल फोटो)

Kaimur: देश में कन्या भ्रूण हत्या के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. जिसको लेकर आई एम ए कैमूर के प्रेसिडेंट डॉक्टर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भ्रुण हत्या देश में बंद होनी चाहिए, नहीं तो लड़कियों की संख्या 10 के अनुपात में दो रह जाएगी. 

दरअसल, आईएमए कैमूर के प्रेसिडेंट डॉक्टर दिनेश्वर सिंह ने कन्या भ्रुण हत्या को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस मामले पर कहा कि सरकार को इस मामले पर गंभीरता दिखानी होगी. सरकार इसपर कार्रवाई कर रही है, लेकिन इसको लेकर तेजी से कार्रवाई की जरूरत है. यदि सभी लोग इस पर ध्यान नहीं देंगे तो आगे आने वाले 30-40 सालों में 10 लड़कों में सिर्फ दो लड़किया रह जाएंगी, जो कि काफी चिंताजनक है. 

गर्भवती महिलाओं को रखना होगा बेहतर ख्याल 
उन्होंने कहा कि यह मैसेज रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सकों के लिए है. जितने भी पढ़े लिखे रेडियोलॉजिस्ट वह इस घिनौने काम में न पड़े. जो लोग भी लिंग परीक्षण के कार्य में लगे हैं उनपर सरकार को कार्यवाई करनी चाहिए. आईएमए का शिष्टामंडल बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से मिला है. उन्होंने कहा कि पूरे भारत में मातृत्व सुरक्षित सप्ताह मना रहे हैं. उन्होंने गर्भवती महिलाओं को संदेश दिया और कहा कि जिन भी गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी होनी है. उन्हें अपने खान पान पर ध्यान देने की जरूरत है. सभी गर्भवती महिलाओं को समय-समय पर शारीरिक जांच करवाते रहना चाहिए. हर तीन महीने में अल्ट्रसाउंड करवाए. अल्ट्रासाउंड चौथे महीने में इसलिए जरूरी है कि अगर बच्चे का कोई भी अंग विकार हो तो हम लोग उसी समय सुधार कर सकें ताकि आने वाला बच्चा विकलांग ना हो.

लड़कियां हैं हर क्षेत्र में आगे
डॉ वंदना बताती हैं कि अभी एक सप्ताह का सुरक्षित मातृत्व सप्ताह चलाया जा रहा है. जहां गर्भवती महिलाओं की शारीरिक जांच की जाएगी. जो भी गर्भवती महिलाओं में समस्या होगी उसे उचित सलाह दी जाएगी. सभी महिलाओं को अपने नजदीक के किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी जांच नियमित रूप से करानी चाहिए. यदि आयरन की कमी है तो आयरन की गोलियां सरकारी अस्पतालों में मुफ्त उपलब्ध कराई जाती हैं. इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए.  जिसमें हरी सब्जियां, चुकंदर और काला चना खा सकते हैं जिसमें आयरन भरपूर मिलता है. आज के समय में बेटी और बेटों में कोई फर्क नहीं होता है. उन्होंने कहा कि बेटियां चांद पर पहुंच गई हैं. ऐसा नहीं है कि जो लड़के कर सकते हैं वह लड़कियां नहीं कर सकती. लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं.

ये भी पढ़िये: Lalu Yadav Health: लालू यादव के स्वस्थ होने की कामना के लिए कन्हैली गांव के लोगों ने की पूजा, RJD नेता मनीष यादव रहे मौजूद

Trending news